फैंटम फाउंडेशन ने एक बयान में कहा कि तीनों संस्थान एक सफल ट्रायल के बाद देश भर में डिजिटल करेंसी शुरू करेंगे।
क्रिप्टोकरेंसी की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए, कई प्रमुख देशों ने निजी तौर पर स्थापित और विकसित डिज़िटल करेंसी के प्रभाव को नियंत्रित करने के लिए अपने खुद के CBDC विकसित करने में रूची जताई है। विकासशील देशों के लोग सीबीडीसी को अधिक उपयोगी पा सकते हैं, क्योंकि इसके ऊपर या तो कमीशन नहीं लगती या लगती भी है तो बेहद कम। वर्ल्ड बैंक (World Bank) के आंकड़ों के मुताबिक, ताजिकिस्तान में प्रेषण प्रवाह पिछले साल देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 26 प्रतिशत था। फैंटम द्वारा बनाई जाने वाली CBDC पेमेंट प्रोसेसिंग और सेटलमेंट में तेजी लाते हुए बिचौलियों और लेन-देन पर लेगने वाली फीस को हटा कर लागत को कम करेगी।
जहां एक ओर यह डील Fantom को पब्लिक सेक्टर की ब्लॉकचेन पहल में एक प्रमुख खिलाड़ी बना देगी। वहीं, दूसरी ओर बड़ी संख्या में लोग मौजूदा सिस्टम की कमियों और व्यवधानों का हवाला देते हुए डिज़िटल करेंसी को अच्छा विकल्प नहीं बता रहे।
ताजिकिस्तान में, फैंटम का सीबीडीसी ट्रायल से गुजरेगा। ट्रायल के बाद, नेशनल बैंक ऑफ ताजिकिस्तान के सैंडबॉक्स विनियमन के तहत करेंसी को राष्ट्रीय स्तर पर जारी किया जाएगा।
फिलहाल केवल अल सल्वाडोर ने बिटकॉइन (Bitcoin) को कानूनी टेंडर का दर्जा दिया है। ताजिकिस्तान के अपने तरीके तलाशने के साथ, यह कमर्शियल लेन-देन के लिए इस्तेमाल होने वाली डिजिटल मुद्रा वाला दूसरा देश बन जाएगा।