रत्नों का बहुत महत्व होता है हम मानव भी इस महत्व को मानते हैं और उनके महत्व के अनुसार उसे धारण भी करते हैं ताकि हमारे जीवन में सुख समृद्धि आए हम करियर को और ऊंचाई पर ले जा सके इसलिए भी हम रत्नों को धारण करते हैं। अक्सर लोग अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए रत्नों को धारण करते हैं। रत्नों का प्रभाव लोगों के करियर, शिक्षा और पारिवारिक रिश्तों के साथ-साथ उनके स्वभाव पर भी पड़ता है, ऐसा ही एक रत्न है पुखराज। हर रतन का अपना एक अलग महत्व होता है और उसको धारण करने वाले पर भी निर्भर करता है कि वह रत्न उसको चलेगा कि नहीं पड़ेगा इसीलिए किसी भी रत्न को धारण करने से पहले ज्योतिष से यह जान लेना आवश्यक होता है कि वह रत्न उसके लिए अच्छा साबित होगा या नहीं। इसे धारण करने से पहले हमें अवश्य ही किसी अनुभवी ज्योतिषी की सलाह लेनी चाहिए। लोगों की यह धारणा होती है कि रत्न पहनने से लाभ और सौभाग्य में वृद्धि होती है लेकिन धोखे से या चुराए रत्न को धारण करने से बहुत कष्ट का सामना करना पड़ता है। बिना सोचे समझे और इसके बारे में सही जानकारी ना प्राप्त होने पर रत्नों का धारण करना बहुत ही हानिकारक हो सकता है ऐसा करने से रत्न का उल्टा असर पड़ जाता है।आज हम बात करने जा रहे हैं पुखराज रत्न की पुखराज देवताओं के गुरु
बृहस्पति का रत्न माना जाता है।
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