Ozone Therapy: कोरोना संक्रमण के मामले अप्रत्याशित रूप से कम हो गए हैं, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि हम खतरे से आंख फेर लें. त्योहार का मौसम नजदगीक आने से जरूरी हो गया है कि सावधान रहा जाए और वायरस से बचने के लिए हिफाजती उपाय किए जाएं, यहां तक कि टीकाकरण के बावजूद क्योंकि दूसरी लहर जैसी हकीकत का सामना कोई नहीं करना चाहेगा. दुनिया भर में रिसर्च जारी है कि कोविड-19 के खिलाफ कैसे लड़ा जाए, और वैकल्पिक थैरेपी पसंद का समाधान हो रहे हैं, हालांकि अभी और रिसर्च किए जाने की जरूरत, लेकिन ओजोन थेरेपी इस संक्रमण से निपटने में एक अनुकूल प्रस्ताव के रूप में आ रहा है.
क्या है ओजोन थेरेपी?
उनके मुताबिक, ओजोन थेरेपी प्रवाह को सुधारता है, संक्रमण और दर्द को कम करता है, तेजी से राहत पहुंचाने में मदद करता है.” आगे कहते हैं कि ओजोन के साथ ताजा ऑक्सीजन मिलाकर शरीर को ऊर्जावान बनाने और जोड़ने की दिशा में ऑक्सीजन थेरेपी बुनियाद है. आपको बता दें कि ऑक्सीजन थेरेपी को ओजोन थेरेपी भी कहा जाता है. ओजोन थेरेपी दवा रहित पूरक थेरेपी है जो इन स्थितियों में मदद करती है. जैसा कि नाम से पता चलता है, इस थेरेपी के तौर पर ऑक्सीजन और ओजोन का मिश्रण शरीर के अंदर पहुंचाया जाता है. ये अनिवार्य रूप से आपकी इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है, जो बदले में कोविड-19 से लड़ने में मदद करता है.
2020 के मध्य में क्लीनिकल ट्रायल के मुताबिक ओजोन थेरेपी ने पांच दिनों के अंदर 77 फीसद रिकवरी दर दिखाया और आठवें दिन तक ओजोन थेरेपी ग्रुप सभी मरीज ठीक हो गए. ओजोन थेरेपी का संक्रमण को काबू करने में बड़ा प्रभाव है क्योंकि मरीज विभिन्न स्थितियों जैसे सिर दर्द, लंग संक्रमण, शरीर दर्द और सांस फूलने से पीड़ित होता है. ओजोन फोरम ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट मिली शाह का दावा है, “हमने पुणे और मुंबई में 700 मरीजों की ओजोन थेरेपी की.” ओजोन थेरेपी प्रवाह को सुधारता है, संक्रमण और दर्द को कम करता है, तेजी से राहत पहुंचाने में मदद करता है.
कैसे है ये मददगार?
हम सभी जानते हैं कि कोविड-19 के बाद का प्रभाव कैसा होता है. कुछ मरीजों को स्वास्थ्य मुद्दों की शिकायत होती है, ठीक होने के महीनों बाद संक्रमण से निपटना पड़ता है. इस दौरान कमजोरी और थकान सबसे आम लक्षण देखे जाते हैं. ओजोन थेरेपी से इन लक्षणों का हल निकाला जाता है, ताकि आप ताकत हासिल कर सकें और राहत पा सकें.
ओजोन थेरेपी को ऑक्सीजन थेरेपी भी कहा जाता है. ये मरीजों की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है, और एक ही समय में उनके शरीर के अंदर एंटीऑक्सीडेंट्स को दोबारा बनाता है. न सिर्फ कोविड-19 के अलावा बल्कि ये अल्सर, चीरफाड़ के घाव से संक्रमण, वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण के साथ स्किन की स्थितियों जैसे खुजली, संक्रमण में सहायक उपचार के तौर पर काम करती है.
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