Yoga for lungs: कोरोनावायरस का सबसे ज्यादा असर फेफड़ों पर पड़ता है, क्योंकि, यह संक्रमण रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़ा है. ऐसे में अपने फेफड़ों को स्वस्थ रखना बेहद ही जरूरी है. फेफड़ों को मजबूत करने के लिए हेल्दी डाइट के साथ आप लंग एक्सरसाइज की मदद ले सकते हैं. यह फेफड़ों में वायुप्रवाह और ऑक्सीजन लेवल को मैनेज करने में कारगर हैं.
फेफड़ों में इंफेक्शन होने के कारण अस्थमा, ब्रोन्काइटिस और टीबी जैसी कई खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं. नीचे जानिए उन 2 योगासनों के बारे में जो आपको फेफड़ों को मजबूत बनाने में मदद करेंगे.
1. भुजंगासन: फेफड़ों और दिल की ब्लॉक्ड नसों को खोलने में भुजंगासन काफी कारगर है. ये फेफड़ों को मजबूत रखने के साथ ही किडनी और लिवर को भी हेल्दी रखता है. भुजंगासन शरीर की चयापचय क्रिया को भी दुरुस्त रखता है. ऐसे में भुजंगासन का रोजाना अभ्यास करना चाहिए.
भुजंगासन करने का तरीका (how to do bhujangasana)
- समतल और स्वच्छ जमीन पर दरी बिछाकर पेट के बल लेट जाएं और थोड़ी देर आराम करें.
- इसके बाद पुश अप मुद्रा में आकर शरीर के अगले हिस्से को उठाएं.
- इस आसान को अपने धड़ को आगे की दिशा में उठाकर रखना होता है.
- इस मुद्रा में अपनी शारीरिक क्षमता अनुसार रहें.
- फिर पहली अवस्था में आ जाएं. इसे रोजाना दस बार जरूर करें.
2. अनुलोम-विलोम: फेफड़ों को मजबूत करने के लिए अनुलोम-विलोम काफी कारगर है. इस प्राणायाम को करने से त्वचा संबंधी सभी प्रकार की समस्याएं दूर हो सकती हैं. साथ ही यह डायबिटीज वाले मरीजों का शुगर लेवल नियंत्रित रखने में भी मदद करता है.
कैसे करें अनुलोम-विलोम प्राणायाम
- सबसे पहले पद्मासन या सिद्धासन में बैठ जाएं.
- अब अपने दाएं हाथ के अंगूठे से नाक के दाएं छिद्र को बंद कर लें और बाएं छिद्र से सांस अंदर भरें.
- कुछ सेकंड रुकें और फिर नाक के बाएं छिद्र को अंगूठे के बगल वाली अंगुली से बंद करें और दाएं छिद्र से अंगूठा हटा लें.
- अब दाएं छिद्र से सांस को बाहर निकालें.
- फिर दाएं छिद्र से फिर सांस खींचें और बाएं छिद्र से बाहर निकाल दें.
- इसके बाद आप इसी प्रक्रिया को दोहराएं.
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यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.
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