साल 2021 को खत्म होने में महज कुछ ही दिन बाकी हैं। कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने इस साल जनजीवन प्रभावित जरूर किया, लेकिन वैक्सीनेशन रामबाण बनकर सामने आया। इस महामारी के बीच खेल जगत भी अपनी पटरी पर लौटा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट, ओलंपिक समेत कई खेलों का आयोजन हुआ। इस दौरान कई खिलाड़ियों ने लाजवाब प्रदर्शन कर सुर्खियां बटोरी तो वहीं कुछ बड़े विवाद भी पैदा हुए। आज हम आपको भारतीय खेल जगत के उन 10 बड़े विवादों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी उपज 2021 में हुई।
विराट कोहली बनाम बीसीसीआई
Virat Kohli
इस साल के अंत होते-होते विराट कोहली और बीसीसीआई में तकरार देखने को मिली। तलमेल की कमी के कारण इस विवाद ने खूब सुर्खियां बटोरी। टी20 की कप्तानी छोड़ने के बाद विराट कोहली को बीसीसीआई ने वनडे कप्तानी से बर्खास्त कर दिया। कुछ रिपोर्ट ऐसी सामने आई थी जिसमें कहा गया था कि कोहली को वनेड की कप्तानी छोड़ने के लिए बोर्ड ने 48 घंटों का समय दिया था, मगर साउथ अफ्रीका दौरे पर जाने से पहले कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कर दिया कि उन्हें टीम के चयन से सिर्फ 90 मिनट पहले इसकी जानकारी दी गई थी। वहीं बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने अपने बयान में कहा था कि उन्होंने खुद कोहली से टी20 की कप्तानी ना छोड़ने के लिए कहा था। मगर कोहली ने इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ किया कि उनको किसी ने कप्तानी के पद को ना छोड़ने के लिए नहीं कहा था।
रोहित शर्मा बनाम विराट कोहली
Rohit Sharma & Virat Kohli
विराट कोहली और बीसीसीआई के इस विवाद की कुछ लपटें रोहित और कोहली के रिश्तों पर भी पड़ती दिखीं। साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज से रोहित चोटिल होने की वजह से बाहर हो गए हैं। इसके बाद खबर आई कि विराट कोहली इस दौरे पर खेले जाने वाली वनडे सीरीज से आराम ले सकते हैं। इसके बाद क्रिकेट के गलियारों में बातें होने लगी कि यह दोनों ही खिलाड़ी एक दूसरे की कप्तानी में नहीं खेलना चाहते। मगर कोहली ने साउथ अफ्रीका के लिए उड़ान भरने से पहले इन सभी अफवाओं का खंडन करते हुए कहा कि वह हमेशा चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे और रोहित को उनका पूरा सपोर्ट है।
कोरोना वायरस के कहर के बीच आईपीएल का आयोजन
Rohit Sharma & MS Dhoni
बीसीसीआई ने आईपीएल 2021 का आयोन कोरोना वायरस के कहर के बीच भारत में कराया। कई विदेशी खिलाड़ियों ने कहर बरपाती इस महामारी के चलते लीग से बाहर होने का फैसला किया, मगर बीसीसीआई पीछे नहीं हटा। 29 मैचों के बाद ही कोविड ने टूर्नामेंट पर सेंध लगाई और कई खिलाड़ी इस महामारी की चपेट में आए। बीसीसीआई को इसके बाद मजबूर होकर लीग को स्थगित करना पड़ा। आईपीएल 2021 के बाकी मुकाबले यूएई में खेले गए और चेन्नई सुपर किंग्स एक बार फिर चैंपियन बना।
डेविड वॉर्नर बनाम सनराइजर्स हैदराबाद
David Warner
आईपीएल 2021 के दौरान डेविड वॉर्नर बनाम सनराइजर्स हैदराबाद विवाद ने भी खूब सुर्खियां बटोरी। इस फ्रेंचाइजी ने बीच सीजन में वॉर्नर को कप्तानी से बर्खास्त कर केन विलियमसन को नया कप्तान नियुक्त किया, वहीं इस फैसले के बाद उन्हें प्लेइंग इलेवन में भी जगह नहीं मिली। पूरे टूर्नामेंट के दौरान टीम पर इस फैसले का असर देखने को मिला। नतीजा यह रहा कि हैदराबाद की टीम प्वॉइंट्स टेबल में सबसे निचले स्थान पर रही। डेविड वॉर्नर ने सनराइजर्स हैदराबाद के इस रवैये का जवाब टी20 वर्ल्ड कप 2021 के मैन ऑफ द टूर्नामेंट बनकर दिया।
हार्दिक पांड्या की 5 करोड़ी की घड़िया सीज
Hardik pandya
यूएई में हुए टी20 वर्ल्ड कप 2021 से भारत लौटते हुए कस्टम डिपार्टमेंट ने मुंबई एयरपोर्ट पर हार्दिक पांड्या की दो घड़ियों को सीज कर लिया था क्योंकि पांड्या के पास इनका बिल नहीं था। इन घड़ियों की कीमत 5 करोड़ रुपए बताई जा रही थी। मगर बाद में हार्दिक ने खुद आकर इस मामले पर अपना बयान देते हुए कहा था घड़ी की कीमत लगभग 1.5 करोड़ है, ना कि सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों के अनुसार 5 करोड़। मैं देश का कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं और सभी सरकारी एजेंसियों का सम्मान करता हूं।
WFI ने स्टार पहलवान विनेश फोगाट को किया सस्पेंड
Vinesh Phogat
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने विनेश फोगाट को टोक्यो ओलंपिक खेलों में अभियान के दौरान अनुशासनहीनता के लिए ‘अस्थाई रूप से निलंबित’ किया था और साथ ही दुर्व्यवहार के लिए युवा सोनम मलिक को नोटिस जारी किया है। टोक्यो खेलों के क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हुई विनेश को नोटिस का जवाब देने के लिए 16 अगस्त तक का समय दिया गया है। इसमें अनुशासनहीनता के तीन आरोप लगाए गए थे। कोच वोलेर एकोस के साथ हंगरी में ट्रेनिंग कर रही विनेश वहां से सीधे तोक्यो पहुंची थी जहां उसने खेल गांव में रहने और भारतीय टीम के अन्य सदस्यों के साथ ट्रेनिंग करने से इनकार कर दिया था। साथ ही उन्होंने भारतीय दल के आधिकारिक प्रायोजक शिव नरेश की पोशाक पहनने से इनकार करते हुए अपने मुकाबलों के दौरान नाइकी की पोशाक पहनी थी।
मनिका बत्रा का कोच पर फिक्सिंग का आरोप
Manika Batra
टेबल टेनिस स्टार मनिका बत्रा ने टोक्यो ओलंपिक के बाद राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय पर फिक्सिंग का आरोप लगाया था। मनिका का कहना था कि कोच ने उन्हें मार्च में ओलंपिक क्वालीफायर के दौरान एक मैच गंवाने के लिये कहा था और इसी वजह से उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में एकल स्पर्धा में कोच की मदद लेने से इनकार कर दिया था। भारतीय टेबल टेनिस महासंघ के कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए मनिका ने इस बात का पुरजोर खंडन किया कि रॉय की मदद लेने से इनकार करके उन्होंने खेल की साख को नुकसान पहुंचाया है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने आरोप की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन करने का निर्देश दिया था।
मनु भाकर बनाम कोच जसपाल राणा
Manu Bhaker
मनु भाकर और जसपाल राणा का विवाद ओलंपिक से पहले का है। मार्च 2021 में मनु भाकर 25 मीटर पिस्टल इवेंट में गोल्ड मेडल से चूक गई थी। इस मैच के दौरान जसपाल राणा सफेद रंग की टीशर्ट पहनकर आए थे जिस पर लिखा था ”मिल गई ना खुशी… आपको और अभिषेक को मुबारक हो… अपना इगो मुबारक हो…”। खबर है कि यह संदेश मनु भाकर ने खुद हाथ से लिखकर राणा को भेजा था। ओलंपिक में मनु भाकर के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद यह विवाद सुर्खियों में आया।
टोक्यो ओलंपिक के दौरान मनु भाकर की पिस्टल में गड़बड़ी
Manu bhaker
भारत की 10 मीटर एयर पिस्टल शूटर मनु भाकर पिस्टल में बड़ी खामी के चलते टोक्यो ओलंपिक में इस इवेंट के फाइनल में जगह नहीं बना सकी थी। मनु ने शुरुआती सीरीज में 98/100 का बेहतर राउंड खेला था, लेकिन उनके पिस्टल में दिक्कत आई, जिसके कारण वह समय के दबाव में आ गई और 12वें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाने से चूक गईं। कोच रोनल पंडित ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा था पिस्टल का कोकिंग लीवर 16 शॉट के बाद टूट गया था। हमें इसे बदलना पड़ा। 56 मिनट में मनु के 44 शॉट बाकी थे। लीवर बदलने से हमें ग्रीप और ट्रिगर सर्किट हटाना पड़ा। वह चौथे स्थान पर थीं जब यह सब हुआ। अन्य निशानेबाद चौथी सीरीज में थे लेकिन वह दूसरे पर ही अटकी हुई थीं। नियम के अनुसार अतिरिक्त समय की मंजूरी नहीं दी गई थी और अंत में दबाव बहुत अधिक था। मनु ने जैसा प्रदर्शन किया उस पर हमें गर्व है। इस मामले के बाद स्विस बंदूक निर्माता कंपनी मोरिनी ने भारतीय निशानेबाजी टीम के रवैये पर सवाल भी उठाए थे हालांकि उन्होंने बाद में एनआरएआई से माफी भी मांगी थी।
मैरीकॉम ने ओलंपिक में जजों के फैसले पर उठाए थे सवाल
Mary Kom
छह बार की विश्व चैम्पियन एम सी मैरीकॉम ने अपने फ्लाईवेट (51 किग्रा) प्री क्वार्टरफाइनल में ‘खराब फैसलों’ के लिये अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के मुक्केबाजी कार्यबल को जिम्मेदार ठहराया जिसमें तीन में से दो राउंड जीतने के बावजूद उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा था मैं नहीं जानती और इस फैसले को नहीं समझ सकती, कार्यबल के साथ क्या गड़बड़ है? आईओसी के साथ क्या गड़बड़ है?’’