Wednesday, March 16, 2022
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World War 3: तीसरा युद्ध होने के संकेत क्या अंकों का राज खोल पाएगा इसका रहस्य 


तीसरा युद्ध होने के संकेत क्या अंकों का राज खोल पाएगा इसका रहस्य 
– फोटो : google

तीसरा युद्ध होने के संकेत क्या अंकों का राज खोल पाएगा इसका रहस्य 

 

जैसे ही हम नए साल में प्रवेश कर रहे हैं, दुनिया भर में युद्ध के संकेत सुनाई दे रहे हैं. ऐसा लगता है कि पूरी दुनिया तीसरे विश्व युद्ध जैसी किसी चीज की तैयारी कर रही है. संख्याओं का खेल यदि देखा जाए और इन्हें समझा जाए तो इनके भीतर कई सारे राज परत दर परत खुलते नजर आते हैं. कीरो ने अंकों का जो प्रभाव दिखाया उस से कोई अछूता न रह पाए इस संदर्भ में कहीं मत भी चले लेकिन अंकों का गणित एक ऎसी विद्या है जो गणनाओं का एक सटीक अनुभव है जिसके भीतर घटनाओं को समझने की भी बेहतरीन योग्यता भी पनपती है. 

अंकों में युद्ध की स्थिति को समझने के लिए इस समय 68 अंक और 32 अंकों की स्थिति आती है. हर तरफ इस अंकों के बारे में जो चर्चा हो रही है वह युद्ध के संकोतों की ओर इशारा करती है क्योंकि पहले युद्ध की स्थिति में इसी अंक का निर्माण हुआ और वहीं यह अंक आज पुन: सामने बन रहे हैं. 

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दो विश्व युद्ध और युक्रेन संकट क्या है इनका 68 अंक से संबंध 

प्रथम विश्व युद्ध, द्वितीय विश्व युद्ध और यूक्रेन युद्ध की शुरुआत की तारीखों के बीच एक अजीब सा अनोखा मेल दिखाई दिया है  इन तिथियों की संख्या को जोड़ने पर 68 अंक आते हैं. अब इस 68 अंक का जो स्वरुप है वह क्या आने वाले तीसरे युद्ध का कहीं सूचक तो नहीं बन रहा है. 

28 जुलाई 1914 को ऑस्ट्रिया-हंगरी के द्वारा पहले विश्व युद्ध की शुरुआत कआरंभ सर्बिया पर युद्ध के साथ होता है और यदि इन अंको को जोड़ा गया है तो उस में 7, 28, 19, 14 को एक साथ जोड़ा और परिणाम 68 था. इसके बाद दूसरे विश्व युद्ध के आरंभ का समय देखा गया है तो वह भी 1 सितंबर, 1939 का समय रहा जिसमें तारीख का अंक स्वरुप जोड़ 68 की संख्या में जुड़ गया था.  यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की घोषणा 24 फरवरी 2022 को हुई और जब इन अंको का जोड़ किया जाए तो यहां भी 68 अंकों का साझा स्वरुप दिखाई देता है. 

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सभी अंकों में प्रत्येक अंक को किसी न किसी ग्रह का स्वामित्व प्राप्त है. जैसे 1 अंक सूर्य का, 2 अंक चंद्र का, 3 अंक गुरु का, चार अंक राहु का, 5 अंक बुध का, 6 का शुक्र, 7 का केतु, 8 का शनि और 9 का स्वामी ग्रह मंगल है. इन अंकों में 9 अंक मंगल का प्रतिनिधित्व करता है जो साहस आक्रामक स्थिति और हर प्रकार से विजय प्राप्ति के मार्ग को पाने की चेष्टा दर्शाता है. 8 अंक शनि का अंक है जो सेना है और यही युद्ध में विजय प्राप्ति का सहायक अंग बन जाती है और 6 अंक जो भौतिक शक्ति का का प्रतिनिधित्व कर कार्य को करने में रणनीति का निर्माण करता है और अपने अनुसार कार्य करने के लिए जल्दबाजी भी दर्शाता है और उसमें अपार धन संपदा भी लगती है और नष्ट भी होती है.

जब हम 68 अंक का योग देखें तो यहां भी आगे बढ़ कर 14 अंक और फिर 5 अंक मिलता है ऎसे में यहां लगभग सभी अंकों का समावेश होता है सुर्य, राहु, बुध इन सभी का समावेश भी होता  जाता है और 32 में भी पुन: बुद्धि का अंक समावेश पाता है तो एक बत यहां महत्व पुर्ण है जो दिखाती है की युद्ध में अब बौद्धिकता भी आती है अर्थात जन के साथ संचार भी आएगा और वह साईबर युद्ध भी होगा तो सिर्फ युद्ध होने की आशंका तो है लेकिन इसमें सुचनाओं का जाल भी बिछेगा जो राहु का भ्रम भी होगा और चालाकी चतुराई का समावेश भी होगा 

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