क्या आप जानते हैं की जब आप प्रेगनेंसी के दौर से गुजर रहें होते हैं आपके शरीर में कई प्रकार की बदलाव आती है । हर बदलाव का एक कारण होता है। आज के इस आर्टिकल में इन्हीं चीज़ों के बारे में बात करने जा रहें हैं।
नई दिल्ली
Updated: January 02, 2022 01:18:43 pm
नई दिल्ली। प्रेगनेंसी के दौरान वजन बढ़ना आम बात हैं। यह एक नैचुरल तरीका है जो हर प्रेगनेंट महिला को अपने प्रेग्नेसी के दौरान अनुभव करना ही होता है। वजन बढ़ना प्रेगनेंसी का एक मुख्य हिस्सा है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको इसी विषय के बारे पूरी जानकारी देंगे। गर्भावस्था में वजन वृद्धि की दर हर महिला में अलग हो सकती है और यह कई बातों पर निर्भर करती है। आप हमारे प्रेगनेंसी वेट गेन कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर देख सकती हैं कि आपकी वजन वृद्धि सही दर से हो रही है या नहीं। यह अमेरिकी सलाह पर आधारित है और आपके कद और गर्भावस्था से पहले के वजन के आधार पर व्यक्तिगत मार्गदर्शन करता है।
प्रेगनेंसी के दौरान वजन ना बढ़ना बन सकता है आपके बच्चे में एलर्जी का कारण
गर्भावस्था के दौरान नियमित तौर पर आपके बढ़े हुए पेट का माप लेती रहेंगी, ताकि पता चल सके कि शिशु का विकास कैसे चल रहा है
वजन का न बढ़ना है किस और संकेत
अगर आपक वजन ना बढ़े तो ये आपके हेल्थ के लिए ठीक नहीं हो सकता है। ये आपके बच्चे के हेल्थ पर असर डाल सकता है। ऐसे में डाक्टर से आपको जरुर संपर्क करना चहिए हो सकता है की आपके बच्चे का संपूर्ण विकास न हो रहा हो।
कितना वजन बढ़ना होगा आपके लिए लाभकारी।
वजन कम होना यानी अंडरवेट और गर्भावस्था का मेल सही नहीं है। कंसीव करने से पहले महिला का कम से कम 45 कि.ग्रा वजन होना सही है। इससे कम वजन को प्रेग्नेंसी के लिए अंडरवेट कहा जाता है। जिन महिलाओं का 45 कि.ग्रा से कम वजन है उन्हें गर्भवती होने से पहले 12 सा 18 कि.ग्रा वजन बढ़ा लेना चाहिए।
प्रेग्नेंसी के दौरान अंंडरवेट हैं तो आपके सिजेरियन ऑपरेशन करवाने की ज्यादा संभावना है। अंंडरवेट होना आपके सिजेरियन ऑपरेशन करवाने की ज्यादा संभावना है।
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