सूर्य नक्षत्र परिवर्तन दे रहा मौसम में होने वाले बदलावों का संकेत
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वर्ष से संबंधित घटना चक्र में स्थिति एवं ग्रहों की युति का प्रभाव भी काफी महत्वपूर्ण होता है. इस समय ज्योतिष गणना के अनुसार, बारिश की स्थिति असामान्य ही रह सकती है क्योंकि तीन ग्रहों की स्थिति के साथ शुक्र-मंगल योग का योग इस पर गहरा असर डालता है और बारीश की संभावनाओं को प्रभावित करता है. पश्चिमी विक्षोभ में होने वाले बदलाव के कारण 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल में अचानक बदलाव दिखाई दे सकता है.
अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. इसी के साथ नक्षत्र बदलाव की स्थिति असम, मेघालय में हल्की से मध्यम बारिश की स्थिति को दर्शाती है. उत्तर प्रदेश, पंजाब के कुछ हिस्सों में कोहरा छाया रहा सकता है. जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कुछ बारिश और हिमपात की संभावना देखने को मिल सकती है और दिल्ली एनसी आर वाले भी इससे बच नही पाएंगे.
वर्षा के लिए ज्योतिष में आद्रा नक्षत्र, भद्रा, शतभिषा, चित्रा, उत्तरा, भाद्रपद, पुष्य शतभिषा, पूर्वाषाढा़, धनिष्ठा, श्रवण नक्षत्र जल मंडल के नक्षत्र माने जाते हैं. इन नक्षत्रो में ग्रहों के विशेष योग बनने पर बारिश होती है और ये नक्षत्र वर्षा के लिए महत्वपूर्ण होते हैं इसी के साथ ग्रह युति का प्रभाव अब आने वाले दिनों में हमें इसी से प्रभावित कर सकता है तो अब घर से बाहर निकलने से पूर्व छाता साथ रख लेने से परहेज न करें ओर मौसम के साथ अपनी रफ्तार को कम न होंने दीजिए.