दुर्गा पूजा का शुभारंभ षष्ठी पूजन से शुरू हो गया है। ये बंगाली समाज का सबसे बड़ा पर्व है, जो दशमी तिथि तक चलता है। इन दिनों देशभर में माता दुर्गा के भव्य पंडाल बनाए गए हैं। कोलकाता में इसकी अलग धूम देखने को मिलती है। यहां पर अलग-अलग थीम पर दुर्गा पंडाल बनाए गए हैं, जिनकी खूबसूरती देखते ही बनती है। इन दिनों ‘बुर्ज खलीफा’ पंडाल सुर्खियों में है, जो दुनिया की सबसे ऊंची इमारत के जैसा बनाया गया है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दर्शाती प्रतिष्ठित दुर्गा पूजा की मूर्ति बनाई गई है।
इसके साथ ही पूजा ऑर्गनाइजर इलाके में राहत कार्य भी कर रहे हैं। गरीबों को मुफ्त में कपड़े और खाना मुहैया करा रहा हैं। जरुरतमंदों की मदद कर रहे हैं। इसके साथ ही सभी कोरोना के नियमों का पालन भी कर रहे हैं। दुर्गा पंडाल में एक समय पर ज्यादा लोगों को अंदर जाने की इजाजत नहीं है।
‘बुर्ज खलीफा’ दुर्गा पंडाल की बात करें तो इस पंडाल को बनाने में करीब 250 कारीगरों को दो महीने का वक्त लग गया। ये काफी ऊंचा और खूबसूरत है। प्रतिष्ठित बुर्ज खलीफा इमारत का अंदाजा लगाने के लिए आयोजक दुबई गए थे।
इस पंडाल की खास बात ये भी है कि Sreevumi Sporting Club द्वारा बनाए गए इस पंडाल में मां दुर्गा की मूर्ति को 45 किलोग्राम गोल्ड की ज्वैलरी पहनाई गई है।
इस पंडाल में मां दुर्गा की मूर्ति को 45 किलोग्राम गोल्ड की ज्वैलरी पहनाई गई है।
एक आयोजक ने कहा, “दुबई जाना हर किसी के लिए संभव नहीं है। इसलिए, प्रतिष्ठित बुर्ज खलीफा टावर की एक झलक देने के लिए, हमने अपने पंडाल को दुनिया के सबसे आकर्षक पर्यटन स्थल में बदल दिया।” यहां पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन भी हो रहा है।
उत्तरी कोलकाता के बागुईहाटी में नज़रूल पार्क उन्नयन समिति पंडाल में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दर्शाती प्रतिष्ठित दुर्गा पूजा की मूर्ति बनाई गई है। आयोजक के अनुसार, उनका विषय राज्य में जीवन की बेहतरी के लिए ममता बनर्जी के योगदान को प्रदर्शित करना है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दर्शाती प्रतिष्ठित दुर्गा पूजा की मूर्ति
(इनपुट: Arnab Mitra)