Highlights
- दक्षिण-पूर्व दिशा में लाल रंग का इस्तेमाल कितनी मात्रा में करना चाहिए
- दक्षिण-पूर्व दिशा में लाल रंग के इस्तेमाल से जानिए कौन प्रभावित होंगे
वास्तु शास्त्र में जानिए कि क्या घर के आग्नेय कोण में लाल रंग करवाया जा सकता है? अगर हां, तो उसके क्या फायदे हैं और अगर नहीं, तो क्यों? दक्षिण-पूर्व दिशा का तत्व रंग लकड़ी है और लाल रंग का तत्व अग्नि है। अग्नि और लकड़ी देखने में अन्योन्याषित लगते हैं, लेकिन दोनों के बीच का सत्य सिर्फ यही है कि अग्नि लकड़ी को जलाती है। दूसरे शब्दों में कहें तो अग्नि का साथ मिलते ही लकड़ी नष्ट हो जाऐगी, जल जायेगी, राख में बदल जायेगी।
अगर हम आग्नेय कोण में लाल रंग का इस्तेमाल करेंगे तो लाल रंग आग्नेय कोण से जुड़े तत्वों की ऊर्जा अपने ऊपर खर्च करवा लेगा और आग्नेय कोण से जुडे तत्व, यानि व्यापार और विकास, बड़ी बेटी का जीवन सब प्रभावित होंगे और लाल रंग की दिशा से संबंधित तत्व के लिए खर्च हो जायेंगे। लाल रंग की दिशा दक्षिण है, जिसका संबंध यश और कीर्ति से है, मझली बेटी से है, आंख से है। तो आग्नेय कोण के तत्व व्यापार और विकास, यश की प्राप्ति के लिए किए गए कार्यों के प्रयास बाधित होंगे। बड़ी बेटी का इंटरेस्ट मझली बेटी की वजह से दबेगा, लिहाजा दक्षिण-पूर्व दिशा में लाल रंग का इस्तेमाल बहुत सीमित मात्रा में ही किया जा सकता है। कोशिश होनी चाहिए की इस्तेमाल ना ही करना पड़े।
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