क्या योगी आदित्यनाथ दोबारा होंगे यूपी के मुख्यमंत्री?
– फोटो : Myjyotish
राष्ट्रीय चुनाव की सफल भविष्यवाणी का एक दशक ज्योतिषाचार्य योगेश मिश्रा को जाता है. उन्होंने लगातार तीन लोकसभा चुनावों की भविष्यवाणी की है, जो 2009, 2014 और 2019 के लिए एक हैट्रिक है. पंडित योगेश मिश्रा 35 से अधिक वर्षों से ज्योतिष का अभ्यास कर रहे हैं. उनके अनुसार आने वाले उत्तर प्रदेश असेंबली चुनाव के बारे में उन्होने बताया की मोदी की इस समय मंगल की महादशा चल रही है और मंगल स्वग्रही चन्द्रमा के साथ लग्न में बैठा है और रुचक योग बन रहा है। ट्रांसिट में शनि चौथे स्थान में बैठ कर दस को देख रहा है। योगी जो जून 5,1972 जिनकी कुम्भ राशि है जो शनि की साढ़े सती की पहेली ढैय्या से गुज़र रहे है। इस बार केवल 250 से 270 के बिच सीट जीत पाएगे, चुनाव में काफी कश्मकश रहेगी लेकिन सरकार बीजेपी की ही बनेगी, अखलेश यादव जिनका जन्म 1 -7 -1973 को हुआ जिनकी बुध की महादशा है।
योगी आदित्यनाथ दोबारा होंगे यूपी के मुख्यमंत्री। कांग्रेस और बीजेपी का होगा सुपाड़ा साफ, स.पा पहले चुनाव से अच्छा प्रदर्शन करेगी, उत्तराखंड में बीजेपी कांग्रेस की टककर काफी दिलचस्प होगी सरकार बीजेपी की निर्दलीय समर्धन से बनने की सम्भावना है।
योगी जी के नेतृत्व एवं उनकी आने वाले समय को लेकर कुंडली कई बातों की ओर इशारा करती है. यह सत्ता में वापसी की राह बनाती है, लेकिन शनि का गोचर समस्याओं को भी दिखाता है. ये समय मिलेजुले से परिणाम दे सकते हैं. 2022 का समय जहां अपनी ही पार्टी में कुछ नेताओं के बदलाव को देखेंगे वहीं जिम्मेदारियों में वृद्धि को भी पाएंगे. योगी आदित्यनाथ दोबारा इस स्त्ता सुख को पा सकते हैं और यूपी के मुख्यमंत्री का पद पाने में आगे रह सकते हैं. कांग्रेस और अन्य गठबंधन की स्थिति परेशानी दे सकती है ओर सत्ता के सुख को पाना कठिन बनाती है. इस समय स.पा से अब चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद भी की जा सकती है. उत्तराखंड में बीजेपी कांग्रेस की के मध्य संघर्ष काफी महत्वपूर्ण और रोचक हो सकता है जिसमें बीजेपी की निर्दलीय समर्धन से आगे बढ़ने की राह दिखाई देती है.
इस समय के दोरान ओर आने वाले समय में ग्रहों का गोचर जिसमें से मुख्य रुप से शनि, बृहस्पति एवं राहु का राशि परिवर्तन सत्ता की जिम्मेदारी दे सकता है लेकिन साथ ही अष्टम सभाव मजबूत होने से तथा भाग्य स्थान पर राहु के गोचर द्वारा परिस्थितिओं में काफी उतार-चढ़ाव की स्थिति भी अपना असर डालती दिखाई देती है जो की अकस्मात होने वाले बदलावों की ओर ज्यादा इशारा करती है. शनि की साढ़ेसाती का महत्वपूर्ण समय होगा और ये समय मानसिक चिंताएं तो देगा लेकिन जिम्मेदारियों में भी इजाफा करने वाला होगा इसलिए चीजें चाहे पक्ष में रहें लेकिन अचानक से बातें बदल भी सकती हैं. अभी का समय काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है.
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