यूक्रेन और रूस के बीच करीब दो महीने से चल रहे संघर्ष ने दुनिया भर की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। हालांकि भारत में टीवी मैन्युफैक्चरर्स के लिए यह असर बड़ा होता जा रहा है। इसकी वजह यह है कि मार्केट में मौजूद ज्यादातर प्लेयर्स एंट्री लेवल और बजट मॉडल से रेवेन्यू जुटाते हैं। ऐसे में उनके पास काफी मार्जिन होता है।
यूक्रेन-रूस संकट के साथ-साथ चीन में लॉकडाउन के कारण कंपनियों को सप्लाई से जुड़ी परेशानियां आ रही हैं। दूसरी ओर, तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण मैन्युफैक्चरर्स ने देश में अपने शिपमेंट के लिए ज्यादा पेमेंट करना शुरू कर दिया है।
नोएडा बेस्ड मैन्युफैक्चरर्स, सुपर प्लास्ट्रोनिक्स (SPPL) के CEO अवनीत सिंह मारवाह ने कहा कि रॉ मटीरियल्स, सर्विसेज और एंड प्रोडक्ट की कीमतों में कम से कम पांच से 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। उनकी कंपनी Blaupunkt, Thomson, Kodak और Westinghouse TV जैसे प्रोडक्ट तैयार करती है।
उन्होंने यह भी बताया कि चीन में लॉकडाउन के कारण जहाज अचानक बंद हो गए हैं। जो चल रहे हैं, वो भी 100 प्रतिशत क्षमता पर काम नहीं कर रहे। इसके चलते शिपिंग में देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से निश्चित रूप से कस्टमर्स प्रभावित होंगे।
SPPL की तरह से भारत में एसर टीवी का ब्रैंड रखने वाली इंडकल टेक्नोलॉजीज भी कुछ समय से सप्लाई चेन से जुड़ी समस्या का सामना कर रही है। इंडकल टेक्नोलॉजीज के CEO आनंद दुबे ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध ने स्थिति को और खराब कर दिया है क्योंकि ये दोनों देश चिप्स के निर्माण के लिए कच्चे माल के रूप में उपयोग किए जाने वाले कुछ प्रमुख खनिजों के सबसे बड़े उत्पादक हैं।
यह पहली बार नहीं है जब टीवी मार्केट में पिछले कुछ साल में कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। Xiaomi, Samsung, LG और Realme समेत दूसरी कंपनियों ने पिछले साल सभी सेगमेंट में अपने टीवी सेट की कीमतों में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि की थी। इसके पीछे कोरोना और लॉकडाउन को वजह बताया गया था।