डिजिटल डेस्क, बर्लिन। जर्मनी का साल के अंत में देश के अंतिम तीन परमाणु रिएक्टरों को स्थायी रूप से बंद करने के साथ ही परमाणु चरण समाप्त करना जारी रहेगा। ये जानकारी जर्मन सरकार ने दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार तीन परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के संचालन लाइसेंस 2021 के अंत में समाप्त हो जाएंगे और उनका नवीनीकरण नहीं किया जाएगा। 2022 के अंत तक संयंत्र ऑफ-ग्रिड हो जाएंगे। सजर्मन सरकार ने कहा जर्मनी में परमाणु चरण समाप्त हो जाएगा।
जर्मनी में 2011 में फुकुशिमा आपदा के मद्देनजर, पूर्व जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने सभी परमाणु ऊर्जा संयंत्रों का सुरक्षा निरीक्षण शुरू किया। इससे जर्मनी के परमाणु ऊर्जा के चरण से बाहर होने में तेजी आई। फेडरल स्टैटिस्टिकल ऑफिस (डेस्टैटिस) के अनुसार, जर्मनी में उत्पन्न बिजली का लगभग 57 प्रतिशत और 2021 की तीसरी तिमाही (क्यू3) में ग्रिड में फीड किया गया, अभी कोयला, प्राकृतिक गैस या परमाणु ऊर्जा जैसे पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों से आया है।
डेस्टैटिस के आंकड़े के अनुसार जर्मनी में परमाणु ऊर्जा की हिस्सेदारी पिछले साल के 12.9 प्रतिशत से बढ़कर 2021 की तीसरी तिमाही में 14.2 प्रतिशत हो गया है। परमाणु ऊर्जा संयंत्रों को बंद कर दिए जाने के बाद, जर्मन सरकार ने कहा कि भले ही इसका संचालन बंद हो जाए लेकिन निष्कासन जल्द से जल्द शुरू होना चाहिए क्योंकि परमाणु सुविधा लोगों और पर्यावरण के लिए खतरा पैदा कर सकती है। हालांकि, उच्च स्तरीय रेडियोधर्मी कचरे के लिए अंतिम भंडार पर चर्चा अभी समाप्त नहीं हुई है। सरकार 2031 तक इस प्रक्रिया को पूरा करने की योजना बना रही है और 2050 के बाद से, परमाणु कचरे को अंतिम स्थल पर संग्रहित किया जाएगा।
(आईएएनएस)