शिकायत में कहा गया है, “टेस्ला बहुत अधिक प्रोडक्शन करने के लक्ष्य रखती है और इससे अक्सर एंप्लॉयीज की सेफ्टी को खतरा होता है।” उन्होंने कहा है कि टेस्ला के एंप्लॉयीज ने कंपनी के मैनेजमेंट की जानकारी के साथ उनके साथ नस्ल के आधार पर भेदभाव किया। इस शिकायत के बारे में टेस्ला ने कोई टिप्पणी नहीं की है।
कंपनी के खिलाफ शिकायत में Cage ने कहा है, “टेस्ला के फ्रेमोंट प्लांट में कई जगह पर नस्लभेदी बातें लिखी हैं।” इस महीने की शुरुआत में कैलिफोर्निया की एक एजेंसी ने कुछ अश्वेत एंप्लॉयीज की ओर से लगाए गए आरोपों को लेकर टेस्ला के खिलाफ मामला दायर किया था। इन एंप्लॉयीज ने भी फ्रेमोंट प्लांट में नस्लभेद होने की शिकायत की थी। हालांकि, टेस्ला ने इसे गलत बताया था। इससे पहले भी टेस्ला के खिलाफ इस तरह के कुछ कानूनी मामले दायर हो चुके हैं।
टेस्ला और इसके चीफ एग्जिक्यूटिव Elon Musk का रेगुलेटर्स के साथ पिछले कुछ वर्षों से विवाद चल रहा है। रेगुलेटर्स ने मस्क की सोशल मीडिया पोस्ट्स, कंपनी की ओर से एंप्लॉयीज के साथ किए जा रहे व्यवहार और सड़कों पर टेस्ला के सेमी-ऑटोमेटेड ड्राइविंग सिस्टम्स की जांच की है। मस्क ने इस सप्ताह की शुरुआत में अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। इससे पहले टेस्ला ने कंपनी से जुड़ी एक जांच की जानकारी लीक होने की भी शिकायत की थी। अमेरिकी सरकार की भी मस्क आलोचना करते रहे हैं। उनका कहना है कि अमेरिकी सरकार की ओर से टेस्ला को अनदेखा किया जाता है। मस्क अक्सर तीखी टिप्पणियों वाले अपने ट्वीट्स के कारण भी चर्चा में रहते हैं। वह क्रिप्टोकरंसी को लेकर भी ट्वीट करते हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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