भारतीय खाना: रोज़मर्रा के लिए सरल और स्वादिष्ट विचार
क्या आपने कभी सोचा है कि एक ही देश में अलग-अलग स्वाद कैसे मिलते हैं? भारतीय खाना सिर्फ पकवान नहीं, एक तरीका है — हर राज्य की अपनी पहचान। इस पेज पर मैं आपको बताएँगा कि कौन से बेसिक मसाले रखना चाहिए, रोज़ की थाली में क्या-क्या रखें और कैसे कम समय में स्वाद बढ़ाएँ।
किचन के बुनियादी चीजें और मसाले
अगर आप भारतीय खाना नियमित बनाना चाहते हैं तो कुछ चीजें हमेशा रखें: हल्दी, धनिया पाउडर, जीरा, लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला और हींग। चावल, आटा, उड़द/हरी दालें, टमाटर, प्याज और लहसुन भी बार-बार काम आते हैं। इन बुनियादी चीजों से आप दाल-रोटियां, सब्ज़ी, पुलाव और करी बना सकते हैं। मसालों को ताज़ा रखें—कच्चे स्वाद वाली ताज़ी हरी चटनी और नींबू से स्वाद जल्दी बनता है।
रोज़मर्रा के आसान व्यंजन और टाइम-सेविंग टिप्स
सुबह के नाश्ते में उपमा, पोहा या पराठा तेज़ी से बन जाता है। दोपहर या रात के लिए दाल-चावल और सब्ज़ी सबसे सरल कॉम्बो है। अगर समय कम है तो प्रेशर कुकर में दाल और सब्ज़ी एक साथ पकाएँ—बचत होगी और स्वाद बनेगा। एक बार में बड़ी मात्रा में दाल, पास्ता सॉस या करी बना कर फ्रिज में रखें; अगले 2-3 दिनों तक काम चल जाएगा।
सब्ज़ियों को कटिंग और ब्लांच करके फ्रीजर में रखना भी समय बचाता है। खाने में ग्रिल्ड सब्ज़ी या भुनी हुई सब्ज़ी जोड़ने से पोषण भी बढ़ता है और स्वाद भी अच्छा रहता है। तड़का दे कर दाल या सब्ज़ी का स्वाद तुरंत बेहतर होता है—तेल गर्म करके राई, जीरा और लहसुन का तड़का दें।
शाकाहारी विकल्पों में बेसन की सब्ज़ी, छोले, राजमा और पनीर तले हुए या ग्रेवी में बहुत लोकप्रिय हैं। मांसाहारी विकल्पों में मुर्गी, मछली और कबाब तेजी से बनते हैं—दही और नींबू के साथ मेरिनेट करके ग्रिल या पैन में पकाएँ।
स्वास्थ्य को ध्यान में रखने वाले लोगों के लिए सूजी, बाजरा, ज्वार और ब्राउन राइस अच्छे विकल्प हैं। तेल की मात्रा कम रखें, ताजी सब्ज़ियाँ और साबुत अनाज शामिल करें। दाल और दही से प्रोटीन और पाचन जुड़ा रहता है।
नए लोगों के लिए सुझाव: पहले सरल रेसिपी चुनें, बेसिक मसालों को समझें और छोटे-छोटे प्रयोग करें। अपने स्वाद के अनुसार मसाले कम-ज्यादा करें। भारतीय खाना अभ्यास से ही बेहतर बनता है—एक बार बेसिक्स आ जाएं तो घर पर दिन-प्रतिदिन स्वाददार और पौष्टिक खाना बनाना आसान है।