औसत क्या है — सीधी और काम की जानकारी
जब कोई कहता है "औसत", तो ज्यादा तर लोग संख्या का साधारण मान समझते हैं। पर औसत के भी कई रूप होते हैं: माध्य (mean), मध्यिका (median) और बहुलक (mode)। हर एक का उपयोग अलग स्थिति में काम आता है। यहाँ मैं सरल तरीके से बताऊँगा कि कौन सा औसत कब अपनाना चाहिए और खबरों में ये कैसे फायदेमंद होते हैं।
औसत कैसे निकालते हैं (आसान तरीके)
माध्य (Mean): सभी संख्याओं को जोड़िए और कुल संख्या से भाग दीजिए। उदाहरण: अगर तीन जीवन कोच की महीने की आय ₹30,000, ₹50,000 और ₹70,000 है तो माध्य = (30000+50000+70000)/3 = ₹50,000।
मध्यिका (Median): संख्याओं को बढ़ते क्रम में लगाइए और बीच की संख्या चुनिए। आंकड़ों में अगर कोई बहुत ऊँचा या बहुत नीचा मान है तो median बेहतर होता है।
बहुलक (Mode): सबसे बार आने वाली संख्या। यह तब उपयोगी है जब किसी श्रेणी में सबसे सामान्य मान जानना हो, जैसे किसी इलाके में सबसे सामान्य आय वर्ग।
खबरों और रोज़मर्रा में औसत का सही इस्तेमाल
खबरों में "औसत" देखने पर ध्यान रखें कि किस तरह का औसत बताया जा रहा है। उदाहरण के तौर पर SA20 ऑक्शन जैसे खेल समाचार में बोली का माध्य और सबसे ऊँची बोली दोनों मायने रखते हैं। एक खिलाड़ी की आरंभिक बोली बहुत ऊँची हो सकती है, जिससे माध्य बढ़ सकता है, पर median दर्शाता है कि सामान्य बोली क्या है।
जब हम जीवन कोच की कमाई पढ़ते हैं तो अक्सर औसत कमाई बताई जाती है। पर अगर कुछ कोच बहुत अधिक कमाते हैं और बाकी कम, तो माध्य भ्रामक हो सकता है। ऐसी स्थिति में median ज्यादा सटीक तस्वीर देती है।
देशों के बीच जीवन स्तर की तुलना करते समय औसत खर्च, औसत आय और जीवन यापन की सामान्य शर्तें देखना चाहिए। कनाडा और भारत की तुलना में सिर्फ औसत आय बताने से मामला पूरा नहीं दिखता — खर्च और कर भी मायने रखते हैं।
छोटे-छोटे दैनिक फैसलों में भी औसत काम आता है: किसी शहर में औसत टैक्सी किराया, औसत ट्रैफिक समय या प्रेगनेंसी में सामान्य नींद के घंटे। लेकिन याद रखें — औसत का मतलब 'सभी के लिए सही' नहीं होता; यह सिर्फ संकेत देता है।
आसान नियम: अगर डेटा में चरम मान (बहुत ऊँचे/निचले) हैं तो median देखें; अगर आप कुल वितरण का सार चाहते हैं तो mean काम आएगा; और जब सामान्य या बार-बार होने वाला मान जानना हो तो mode चुनें।
अंत में, खबर पढ़ते वक्त सवाल पूछिए: "यह औसत किस प्रकार का है? किस पर आधारित है? क्या कुछ चरम आंकड़ों ने परिणाम बदल दिए हैं?" यह छोटी सी आदत आपको रिपोर्ट्स समझने और सूचित निर्णय लेने में मदद करेगी।