सूर्य की प्रतिमा बदलेगी घर के हालात
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सूर्य की प्रतिमा बदलेगी घर के हालात
ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों का राजा सूर्यदेव को माना गया है। यह ग्रह जातक की कुंडली में बहुत अहम भूमिका निभाता है। जिस जातक की कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत होता है उसे समाज में हर जगह मान सम्मान मिलता है। जिन लोगों की कुंडली में सूर्य ग्रह शुभ होता है, ऐसे व्यक्ति के जीवन में कभी भी सुख सुविधाओं की कमी नहीं रहती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आप अपने घर में सूर्यदेव की प्रतिमा लगाते हैं तो यह बेहद शुभ फलदायी होती है। घर के मुख्यद्वार के ऊपर सूर्यदेव की मूर्ति स्थापित करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाती है। जिसके फलस्वरूप परिवार के लोगो की तरक्की में कोई बाधा नहीं आती है।
कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनकी कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर स्थिती में होता है या बुरे प्रभाव दिखाता है। ऐसे में उन लोगों को अपने घर में सूर्यदेव की प्रतिमा अवश्य लगानी चाहिए। जिससे उनका सूर्य मजबूत होगा और जीवन में सफलता हासिल होगी।
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आइए जानते हैं की सूर्य देव की प्रतिमा किस दिशा में लगाएं, कौन सी प्रतिमा लगाएं साथ ही सूर्यदेव की प्रतिमा लगाने से क्या लाभ मिलते हैं। सूर्यदेव की प्रतिमा घर में लगाने से परिवार के सदस्यों में आत्मविश्वास की बढ़ोतरी होती है और परिवार के लोगों की तरक्की होते हैं। वास्तुदोष के निवारण के लिए सूर्यदेव की मूर्ति लगाना उत्तम माना गया है। सूर्यदेव की मूर्ति घर या ऑफिस दोनों ही जगह लगाना शुभ फल देता है। घर में सूर्य देव की प्रतिमा लगाने से घर में सुख समृद्धि बनी रहती है।
वैसे तो आप अपनी इच्छा अनुसार सूर्यदेव की किसी भी धातु की प्रतिमा लगा सकते हैं। लेकिन लकड़ी, मिट्टी, पत्थर, तांबे, सोने और चांदी से बनी मूर्ति सबसे शुभ मानी गई है। वास्तु शास्त्र के अनुसार लकड़ी की मूर्ति लगाने से समाज में परिवार के लोगों का मान सम्मान बढ़ता है। मिट्टी या पत्थर से बनी सूर्यदेव की मूर्ति घर में लगाने से परिवार के लोगों के कार्य बिना किसी बाधा के पूर्ण हो जाते हैं। वहीं बात करें तांबे की मूर्ति की तो इस मूर्ति को घर में लगाने से जीवन में आ रही सभी परेशानियों का अंत हो जाता है।
साथ ही जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यदि आप चाहते हैं कि आपके घर में धन धान्य में बढ़ोतरी हो तो आपको ऐसे में घर में सोने से बनी सूर्यदेव की प्रतिमा रखनी चाहिए। अब बात करते हैं चांदी की मूर्ति लगाने से क्या फल प्राप्त होते हैं। यदि आप अपने घर में चांदी से बनी सूर्य देव की मूर्ति रखते हैं तो इससे आपका वर्चस्व बढ़ता है।
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सूर्य देव की पूजा के लिए रविवार का दिन सबसे उत्तम माना गया है। ऐसे में यदि आप अपने घर में सूर्य देव की प्रतिमा स्थापित करने की सोच रहे हैं तो आप रविवार के दिन रात्रि 12:00 बजे से 3:00 बजे के बीच मूर्ति स्थापित कर सकते हैं। कहते हैं इस दौरान सूर्य देव पृथ्वी के उत्तरी भाग में होते हैं। आप अपने घर में मूर्ति की स्थापना कर रहे हैं तो उत्तर दिशा सबसे शुभ है वहीं यदि आप सूर्यदेव की प्रतिमा की स्थापना अपने ऑफिस में कर रहे हैं तो दक्षिण पश्चिम दिशा शुभ मानी गई है।
जिन लोगों का सूर्य ग्रह कमजोर है उन्हें घर की पश्चिम दिशा में शाम 6:00 बजे से रात 9:00 बजे के बीच सूर्यदेव की मूर्ति लगानी चाहिए इससे उनका सूर्य ग्रह मजबूत होगा और जीवन में शुभ फल प्रदान करेगा।
आपने देखा होगा सूर्य देव की सात घोड़ों वाली तस्वीर काफी घरों में लगी होती है। इसका कारण यह है की यह सूर्य देव की सबसे शुभफलदायी तस्वीर मानी गई है। यदि आप अपने घर में सूर्य देव की सात घोड़ों वाली तस्वीर पूर्व दिशा में लगाते हैं तो इससे घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। जिसके चलते परिवार में हमेशा खुशहाली बनी रहती है, परिवार के सदस्यों को कार्यों में सफलता मिलती है, घर में सुख समृद्धि बनी रहती है और परिवार के सदस्यों का समाज में वर्चस्व बढ़ता है।
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