पहला ‘सूर्य ग्रहण’
सबसे पहले बात करते हैं ‘सूर्य ग्रहण’ की, पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल 2022 को लगेगा, जो कि दोपहर 12:15 बजे से शाम 04:07 बजे तक रहेगा। यह आंशिक ग्रहण होगा, जिसका प्रभाव दक्षिण/पश्चिम अमेरिका, प्रशांत अटलांटिक और अंटार्कटिका में दिखाई देगा।

दूसरा ‘सूर्य ग्रहण’
साल 2022 को दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को लगेगा। यह भी आंशिक ग्रहण होगा। यह शाम 04:29:10 बजे शुरू होगा और 05:42:01 तक चलेगा। ये यूरोप, दक्षिण/पश्चिम एशिया, अफ्रीका और अटलांटिका में देखा जा सकेगा। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा।
पहला ‘चंद्र ग्रहण’
अब बात चंद्र ग्रहण की, साल 2022 का पहला चंद्र ग्रहण15 और 16 मई को सुबह 7.02 बजे से शुरू होकर 12.20 बजे तक चलेगा। इसेसाउथ-वेस्ट यूरोप, साउथ-वेस्ट एशिया, अफ्रीका, नॉर्थ अमेरिका के ज्यादातर हिस्सों, साउथ अमेरिका, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर अंटार्कटिका और अटलांटिक महासागर में देखा जा सकेगा।

दूसरा ‘चंद्र ग्रहण’
साल 2022 का दूसरा आखिरी चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को दोपहर 1:32 बजे से शाम 7.27 बजे तक रहेगा जिसे कि नॉर्थ-ईस्ट यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका में देखा जा सकेगा।
सूतक काल मान्य
साल 2022 में लगने वाले दोनों चंद्र ग्रहण का सूतक काल मान्य होगा।

‘चंद्र ग्रहण’ किसे कहते हैं ?
जब चंद्रमा और सूर्य के बीच में पृथ्वी आती है तो उसे ‘चंद्र ग्रहण’ कहते हैं, इस दौरान एक सीधी रेखा बन जाती है, इस स्थिति में पृथ्वी सूर्य की रोशनी को चंद्रमा तक नहीं पहुंचने देती है । आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण हमेशा ‘पूर्णिमा’ को लगता है।
‘सूर्य ग्रहण’ किसे कहते हैं ?
जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो चंद्रमा के पीछे सूर्य कुछ समय के लिए ढक जाता है, इसी घटना को ‘सूर्य ग्रहण’ कहा जाता है। ये हमेशा अमावस्या को होता है।