Smartwatch And Smartband: वित्त मंत्री को केंद्रीय बजट पेश किए लगभग दो सप्ताह हो चुके हैं. बजट भाषण में कुछ घोषणाओं ने घरेलू विनिर्माण, विशेष रूप से इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट्स को और बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया. 1 अप्रैल से बदलावों को लागू किया जाएगा. यह कस्टम ड्यूटी के साथ मैन्युफैक्चरिंग इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम को महंगा या सस्ता बना सकता है. यहां हम एक नजर डालते हैं कि आपको स्मार्टफोन, हेडफोन और बहुत कुछ पर ज्यादा या कम भुगतान क्यों करना पड़ सकता है.
स्मार्टफोन्स (Smartphones)
सरकार ने मोबाइल फोन चार्जर के ट्रांसफार्मर के पुर्जे, मोबाइल कैमरा मॉड्यूल के कैमरा लेंस और अन्य सामान पर 5 से 12.5 फीसदी तक कस्टम ड्यूटी रियायतें प्रदान की हैं. तो स्मार्टफोन बनाने की लागत कम हो जाएगी और संभावना है कि ब्रांड इस लाभ को यूजर्स तक पहुंचा सकते हैं.
स्मार्टवॉच और फिटनेस बैंड (Smartwatches, Fitness Bands)
स्मार्टवॉच के कुछ हिस्सों को 31 मार्च, 2023 तक कस्टम ड्यूटी में छूट मिलती रहेगी. इससे निर्माताओं को लागत लाभ मिलेगा और स्मार्टवॉच की कीमतों में गिरावट आ सकती है.
वायरलेस ईयरबड्स (Wireless Earbuds)
मैन्युफैक्चरिंग में इस्तेमाल होने वाले पुर्जों पर आयात शुल्क बढ़ा दिया गया है और इससे उत्पादन लागत में बढ़ोतरी हो सकती है. यूजर्स को वायरलेस ईयरबड्स, नेकबैंड हेडफोन और इसी तरह के अन्य गैजेट्स के लिए अधिक भुगतान करना पड़ सकता है.
प्रीमियम हैडफोन्स (Premium Headphones)
हेडफोन के प्रत्यक्ष आयात पर अब 20 फीसदी अधिक शुल्क लगेगा, जिसका अर्थ है कि यूजर को उनके लिए ज्यादा भुगतान करना पड़ सकता है.
फ्रिज (Refrigerators)
कम्प्रेसर में इस्तेमाल होने वाले पुर्जों पर आयात शुल्क बढ़ा दिया गया है. इसका मतलब है कि देश में रेफ्रिजरेटर की कीमत बढ़ने की संभावना है.
यह भी पढ़ें: jio Airtel और Vi के ये हैं सस्ते वाले प्लान, जानिए कौनसा है आपके लिए बेस्ट
यह भी पढ़ें: Smartphone Tips: अपने पुराने एंड्रॉयड स्मार्टफोन को बेचने से पहले करने के लिए 5 चीज