डॉन न्यूजपेपर की रिपोर्ट में सीनेट की इंडस्ट्रीज एंड प्रोडक्शन की स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष, फैजल सब्जवारी के हवाले से बताया गया है कि सैमसंग ने पाकिस्तान में प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। कंपनी की स्मार्टफोन प्रोडक्शन यूनिट और ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का दौरा करने वाली इस कमेटी के सदस्यों की फैजल ने अगुवाई की। सैमसंग का लक्ष्य पाकिस्तान में प्रतिवर्ष लगभग 30 लाख हैंडसेट बनाने का है।
फैजल ने कहा, “सैमसंग ने चार महीनों में ही प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। इसमें लोकल इंडस्ट्री के साथ ही सरकार की ओर से उपलब्ध कराए गए बेहतर माहौल से मदद मिली है। मेरा मानना है कि हमें असेंबलिंग से आगे बढ़कर इंडस्ट्री के लोकलाइजेशन तक जाना चाहिए।”
पाकिस्तान में मोबाइल फोन्स के लोकल प्रोडक्शन में काफी बढ़ोतरी हुई है। पाकिस्तान टेलीकम्युनिकेशन अथॉरिटी (PTA) के डेटा के अनुसार, इस वर्ष के पहले 10 महीनों में लोकल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में मोबाइल फोन्स का प्रोडक्शन लगभग दोगुना होकर लगभग 1.88 करोड़ यूनिट का रहा। हालांकि, मोबाइल फोन्स के लोकल प्रोडक्शन में बढ़ोतरी के बावजूद इम्पोर्ट में कमी नहीं आई है। जुलाई से अक्टूबर के बीच पाकिस्तान में लगभग 64.47 करोड़ डॉलर के मोबाइल फोन्स का इम्पोर्ट किया गया। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की समान अवधि में लगभग 56 करोड़ डॉलर का था।
सैमसंग ने पाकिस्तान में मोबाइल फोन्स का प्रोडक्शन करने के लिए लकी ग्रुप के साथ पार्टनरशिप की है। लकी ग्रुप के चीफ, मोहम्मद अली ताबा ने कहा, “हमारा लक्ष्य प्रति वर्ष लगभग 30 लाख मोबाइल फोन बनाने का है। प्रोडक्शन यूनिट में सभी काम मैनुअल है। इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है इससे कितना रोजगार मिलेगा।” उन्होंने इससे सहमति जताई कि देश में असेंबलिंग से अधिक लोकलाइजेशन करने की जरूरत है और इसके लिए इंडस्ट्रियल सेक्टर को बड़ा योगदान देना होगा। इससे पाकिस्तान से होने वाले एक्सपोर्ट को बढ़ाने में भी मदद मिल सकती है।
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