बीमारी के मारे, ये सितारे, सुरेंद्र अग्रवाल: बताने की जरूरत ही नहीं है कि सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान (God of Cricket Sachin Tendulkar) क्यों कहा जाता है. उनके रिकॉर्ड्स और जादू को देखने के लिए सिर्फ इंटरनेट पर उनका आधा नाम लिख लेना ही काफी है. लेकिन, इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि आखिर सचिन तेंदुलकर की कौन-सी खासियत Tennis Elbow का कारण बन गई थी. जिसके कारण उनका क्रिकेट करियर ही खत्म होने की कगार पर आ गया था.
दरअसल, इंडियन क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर अपनी बैटिंग और बॉलिंग में कलाई का काफी इस्तेमाल करते थे. उनकी अचीवमेंट्स और जादुई बल्लेबाजी के पीछे कलाई का बेहतरीन इस्तेमाल एक बड़ी वजह है. लेकिन, बार-बार कलाई का इस्तेमाल करना ही शायद टेनिस एल्बो बीमारी का कारण बन गया. ऐसा कई स्वास्थ्य जानकारी देने वाली कई वेबसाइट्स कहती हैं.
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Tennis Elbow: क्या है टेनिस एल्बो की बीमारी?
मायोक्लीनिक कहता है कि टेनिस एल्बो को lateral epicondylitis भी कहा जाता है. यह एक दर्दनाक बीमारी है, जो कि कोहनी में मौजूद टेंडन (Tendons) पर अधिक प्रेशर या तनाव आने के कारण होती है. टेंडन का यह तनाव कलाई या हाथ की बार-बार एक जैसी या स्ट्रेस्ड मूवमेंट के कारण आता है.
Tennis Elbow Symptoms: टेनिस एल्बो बीमारी के लक्षण क्या हैं?
टेनिस एल्बो बीमारी के मुख्य लक्षणों में निम्नलिखित परेशानियां शामिल हैं. जैसे-
- किसी चीज को पकड़ने में हाथ हिलना
- कलाई घुमाने में गंभीर दर्द
- किसी वस्तु को पकड़ने में असहजता या दर्द होना, आदि
Tennis Elbow Causes: टेनिस एल्बो का कारण
वेबएमडी के मुताबिक भी टेनिस एल्बो कलाई या हाथ की बार-बार एक जैसी मूवमेंट के कारण होता है. जो कि निम्नलिखित कामों में हो सकती है.
- टेनिस खेलना
- वेट लिफ्टिंग
- क्रिकेट
- कारपेंटर
- बुनाई
- पेंटिंग
- टाइपिंग, आदि
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Tennis Elbow Treatment: टेनिस एल्बो का इलाज कैसे होता है?
वेबएमडी कहता है कि अच्छी बात यह है कि टेनिस एल्बो की बीमारी खुद ठीक हो जाती है, बस आपको कुछ समय खास मूवमेंट को करने से बचना होता है. लेकिन कई बार इसे ठीक करने के लिए सर्जरी की भी जरूरत पड़ सकती है. हालांकि, टेनिस एल्बो का इलाज निम्नलिखित तरीकों से भी हो सकता है. जैसे-
- बर्फ से सिकाई करना.
- एल्बो स्ट्रेप का इस्तेमाल करना.
- पेन किलर का सेवन करना.
- मूवमेंट को करने से बचना.
- फिजीकल थेरेपी लेना.
- दर्द को कंट्रोल करने के लिए इंजेक्शन लेना, आदि.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.