HT Auto के अनुसार, सरकार द्वारा देश भर में ईवी (EV) में आग लगने की घटनाओं की जांच के आदेश के कुछ दिनों बाद, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के सचिव गिरिधर अरमाने ने गुरुवार को ईवी निर्माता से स्पष्टीकरण देने का संकेत दिया। अरमाने ने कहा, “यदि आवश्यक हो, तो सरकार घटना की व्याख्या करने के लिए ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) को बुला सकती है।”
बता दें, पिछले महीने, पुणे में Ola S1 Pro इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लग गई थी। घटना का एक वीडियो भी जमकर वायरल हुआ है। माना जा रहा है कि इसके पीछे की वजह थरमल रनअवे हो सकती है, जिसमें लिथियम-आयन बैटरी के अंदर शॉर्ट सर्किट से रिएक्शन होता है।
इस घटना पर ओला ने कहा था कि वह पुणे की घटना से अवगत है। घटना के कारणों को समझने के लिए जांच की जा रही है। अगले कुछ दिनों में अपडेट शेयर किया जाएगा। कंपनी ने यह भी कहा था कि वह कस्टमर के साथ संपर्क में है।
इस तरह की घटनाएं पिछले कुछ महीनों में बढ़ती नज़र आ रही है, जिसे लेकर अब सरकार गंभीर दिखाई दे रही है। केंद्र ने ईवी में आग की घटनाओं की जांच के लिए सेंटर फॉर फायर एक्सप्लोसिव एंड एनवायरनमेंट सेफ्टी (CFEES) को शामिल किया है। सरकार ने DRDO लैब्स के SAM (सिस्टम एनालिसिस एंड मॉडलिंग) क्लस्टर के तहत आने वाली एजेंसी को भविष्य में इसी तरह की घटनाओं से बचने के लिए निवारक उपायों और सुधार के दायरे को शेयर करने के लिए भी कहा है।