डिजिटल डेस्क, मॉस्को। रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि नॉर्थ एटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (नाटो) यूक्रेन को सैन्य सहायता देना जारी रखे हुए है, जो देश में आंतरिक संघर्ष को और बढ़ाता है।
मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा नाटो देश यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति बढ़ा रहे हैं, अपने सैन्य कर्मियों को प्रशिक्षण दे रहे हैं और ऐसी स्थिरता और सुरक्षा बनाए रखने के पौराणिक उद्देश्य से नहीं कर रहे हैं, बल्कि आग में ईंधन डालने के लिए कर रहे हैं। अपनी साप्ताहिक ब्रीफिंग के दौरान उन्होंने चिंता व्यक्त की कि ये कार्रवाइयां यूक्रेन को बड़े पैमाने पर गृहयुद्ध की ओर ले जा सकती हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका ने 2014 के बाद से यूक्रेन को 2.5 बिलियन डॉलर की सैन्य सहायता प्रदान की है, जिसमें अकेले इस वर्ष 400 मिलियन डॉलर से अधिक शामिल हैं। जखारोवा ने कहा कि रूस को नाटो के पूर्व की ओर विस्तार नहीं करने के वादे पर भरोसा नहीं है क्योंकि शब्दों का समर्थन कार्यों से नहीं होता है। इस आरोप पर टिप्पणी करते हुए कि रूस यूक्रेन की सीमाओं पर सेना का निर्माण कर रहा है, प्रवक्ता ने कहा कि रूस को अपने संप्रभु क्षेत्र पर सैन्य इकाइयों को स्थानांतरित करने का पूरा अधिकार है लेकिन उसका आक्रमण का कोई इरादा नहीं है।
इससे पहले बुधवार को रूसी उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव और क्रेमलिन के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ, दिमित्री कोजाक ने यूक्रेन की स्थिति और यूरोप में सुरक्षा मुद्दे पर चर्चा करने के लिए मास्को में यूरोपीय और यूरेशियन मामलों के लिए अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री कैरन डोनफ्राइड से मुलाकात की। इसके बाद डोनफ्राइड अपने यूरोपीय सहयोगियों और भागीदारों के साथ अमेरिकी स्थितियों का समन्वय करने के लिए ब्रुसेल्स की यात्रा करेंगे।
(आईएएनएस)