What is the right way to sleep: क्या रात भर आप करवट बदलते रहते हैं और सुबह कमर या गर्द दर्द के साथ नींद खुलती है, तो जान लें आपके सोने का तरीका सही नहीं है।
Published: April 17, 2022 01:12:37 pm
नींद न आने से लेकर खर्राटे और कमर दर्द की समस्या केवल आपके सोने के पैटर्न की वजह से भी हो सकती है। सोने का गलत तरीका जहां आपको कई बीमारियों का शिकार बनाता है, वहीं सोने का सही तरीका आपकी गंभीर समस्याओं को दूर करने वाला भी होता है। तो क्या आप सही पोजिशन में सो रहे हैं?
सोने का सही पोजिश क्या है?- Good Sleeping Position
अगर आप पेट के बल सोते हैं तो ये सोने की सबसे खराब पोजिशन मानी जाती है। पेट के बल सोने से पीठ से लेकर कमर और पैर दर्द तक की समस्या हो सकती है। करवट सोना भी कई बीमारियों के लिए बेस्ट है, लेकिन, लेकिन ये बेस्ट पोजिशन नहीं है। बेस्ट पोजिशन है पीठ के बल सोना वह भी जमीन पर। पीठ सीधी करके सोना आपकी रीढ़ को सही कोण में रखता है। करवट लेकर सोना कूल्हों पर दबाव डालता है। पीठ के बल सोते हुए अगर आप घुटनों के नीचे नरम तकिया या मुड़ा हुआ कंबल रखकर सोएं तो ये आपकी कई समस्याएं दूर कर सकता है।
बीमारियों से बचाव के लिए जानें किस तरह सोना चाहिए- know how to sleep to prevent diseases खर्राटों से मुक्ति के लिए- अगर आप खर्राटे लेते हैं तो आपके लिए सही पोजिशन करवट लेकर सोना होगा। हालांकि, दोनों ही करवट सोना चाहिए, ताकि किसी एक तरफ के अंग पर विशेष दबाव न पड़े। खर्राटे लेने वालों के लिए पीठ के बल सोना सही नहीं होता, क्योंकि बल लेटने से जीभ और अन्य कोमल ऊतक गले की ओर चले जाते हैं जिससे वायुमार्ग संकुचित होने लगती है और खर्राटे आ सकते हैं।
कमर दर्द से बचाव के लिए- करवट लेकर सोने से कमर दर्द भी कम होता है। इसके अतिरिक्त यदि आप करवट लेकर सोते हैं, तो अपनी रीढ़ को भी आराम मिलता है। सोने की यह मुद्रा भी कंधे के दर्द से छुटकारा पाने में भी मदद करती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक बाईं तरफ करवट लेकर सोने की आदत आपके लिए कई स्तर से फायदेमंद हो सकती है।
पाचन प्रक्रिया में सुधार के लिए- पीठ के बल सोने से ज्यादा करवट लेकर सोने की आदत आपके पाचन शक्ति को बढ़ाने में भी मददगार हो सकती है। करवट लेकर सोना, पेट के एसिड को बढ़ने से रोककर पाचन को बढ़ावा देने में सहायक हो सकता है। करवट सोने से यह सुनिश्चित होता है कि गुरुत्वाकर्षण आपके पेट के एसिड को ऊपर की ओर बहने से रोकेगा।
सिर और गर्दन दर्द से राहत –पीठ के बल सोने या फिर लेटने से आपका शरीर एकदम सीधा रहता है जिसकी वजह से गर्दन की मांसपेशियों पर प्रेशर नहीं होता। इससे गर्दन में खिंचाव या गर्दन के कारण सिर में होने वाला दर्द भी नहीं होता।
एसिडिटी से बचाव के लिए- यह सोने की वह अवस्था है जिसमें आपके पेट की स्थिति ठीक रहती है। इससे पेट में एसिडिटी नहीं बढ़ती। डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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