भारत के अंडर 19 विश्व कप विजेता कप्तान यश धुल ने सीनियर क्रिकेट में डेब्यू करते हुए तमिलनाडु के खिलाफ रणजी ट्रॉफी ग्रुप एच मैच के पहले दिन शतक जमाया जिसकी मदद से दिल्ली ने सात विकेट पर 291 रन जोड़े। अपने पहले प्रथम श्रेणी मैच में पारी की शुरूआत करते हुए धुल ने 150 गेंद में 18 चौकों की मदद से 113 रन बनाये। उन्होंने दिल्ली की पारी को संभाला क्योंकि संदीप वारियर ने ध्रुव शोरे (एक) और युवा हिम्मत सिंह (0) को जल्दी आउट कर दिया था। धुल ने आईपीएल स्पेशलिस्ट नीतिश राणा (21 गेंद में 25 रन) के साथ 60 रन की साझेदारी की और फिर भारत के पूर्व अंडर 19 कप्तान जोंटी सिद्धू (179 गेंद में 71 रन) के साथ चौथे विकेट के लिये 119 रन जोड़े । धुल को 97 के स्कोर पर जीवनदान भी मिला जब मोहम्मद मोहम्मद ने शॉर्ट मिडविकेट पर उन्हें लपकवाया लेकिन रिप्ले से पता चला कि वह नोबॉल थी। धुल को मोहम्मद ने ही पगबाधा आउट किया जिसके बाद सिद्धू भी नहीं टिक सके। दिल्ली ने सात विकेट 253 रन पर गंवा दिये । ललित यादव 45 और सिमरजीत सिंह 16 रन बनाकर खेल रहे हैं।
भारतीय टेस्ट टीम में जगह बचाने की कवायद में लगे अजिंक्य रहाणे ने गुरुवार को यहां रणजी ट्रॉफी एलीट ग्रुप डी मैच के पहले दिन सौराष्ट्र के खिलाफ शतक जड़ा जिससे मुंबई ने तीन विकेट पर 263 रन बनाए। टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरे मुंबई के लिए सरफराज खान ने भी 219 गेंद में नाबाद 119 रन की पारी खेली लेकिन सभी की नजरें रहाणे की टिकी थी जिन्होंने 250 गेंद में नाबाद 108 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका में हाल में संपन्न टेस्ट श्रृंखला में बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे रहणे ने 212 गेंद में 14 चौकों और दो छक्कों की मदद से शतक पूरा किया। जयदेव उनादकट और चेतन सकारिया की तेज गेंदबाजी जोड़ी के सामने मुंबई की शुरुआत खराब रही और टीम ने 22 रन तक ही दोनों सलामी बल्लेबाजों आकर्षित गोमेल (08) और पृथ्वी शॉ (01) के विकेट गंवा दिए। चिराग जानी ने इसके बाद सचिन यादव को पगबाधा करके मुंबई का स्कोर तीन विकेट पर 44 रन किया। रहाणे और सरफराज ने इसके बाद चौथे विकेट के लिए 219 रन की अटूट साझेदारी करके सौराष्ट्र के गेंदबाजों को दिन का खेल खत्म होने तक सफलता से महरूम रखा। रहाणे ने 212 गेंद में 36वां प्रथम श्रेणी शतक पूरा किया। उन्होंने बाएं हाथ के स्पिनर धर्मेंद्र सिंह जडेजा पर छक्का और फिर एक रन के साथ शतक बनाया। रहाणे 2021 में 20.82 के औसत से सिर्फ 479 टेस्ट रन बना पाए जिसके बाद उन्हें दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले उप कप्तान के रूप में हटा दिया गया।
कप्तान मनीष पांडे के 156 और केवी सिद्धार्थ के नाबाद 140 रन की मदद से कर्नाटक ने रणजी ट्रॉफी ग्रुप सी मैच में रेलवे के खिलाफ पहले दिन पांच विकेट पर 392 रन बनाये। पहले बल्लेबाजी के लिये भेजी गई कर्नाटक के अनुभवी खिलाड़ी और भारत के टेस्ट बल्लेबाज मयंक अग्रवाल 16 रन बनाकर रन आउट हो गए। देवदत्त पडिक्कल भी 21 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। तीसरे नंबर पर उतरे आर समर्थ ने 47 रन बनाये और सिद्धार्थ के साथ 60 रन की साझेदारी की। सिद्धार्थ 221 गेंद में 17 चौकों और दो छक्कों की मदद से 140 रन बनाकर खेल रहे हैं। सिद्धार्थ और पांडे ने रेलवे के गेंदबाजों को जमकर नसीहत दी। पांडे ने 121 गेंद की अपनी पारी में 12 चौके और 10 छक्के जड़े। उन्होंने अविनाश यादव को एक ओवर में तीन छक्के जड़े और अमित मिश्रा को छक्का लगाकर अपना शतक पूरा किया। पांडे और सिद्धार्थ ने 283 गेंद में 267 रन की साझेदारी की। आखिरी सत्र में कर्नाटक के बल्लेबाजों ने 140 रन बनाये। एक अन्य मैच में पारस डोगरा के शतक से पुडुच्चेरी ने जम्मू कश्मीर के खिलाफ छह विकेट पर 309 रन बनाये। जम्मू कश्मीर के होनहार तेज गेंदबाज उमरान मलिक ने 79 रन देकर तीन विकेट लिये।
ईशान पोरेल के चार विकेट की मदद से बंगाल के तेज गेंदबाजों ने रणजी ट्रॉफी एलीट ग्रुप बी के पहले मैच के पहले दिन बृहस्पतिवार को बड़ौदा को 181 रन पर पवेलियन भेज दिया । जवाब में बंगाल ने एक विकेट पर 24 रन बना लिये थे। सलामी बल्लेबाज सुदीप घारामी 11 और सुदीप चटर्जी नौ रन बनाकर खेल रहे हैं। अभिमन्यु ईश्वरन पांचवें ओवर में चार रन बनाकर आउट हो गए। इससे पहले बल्लेबाजी के लिये भेजी गई बड़ौदा टीम की शुरूआत धीमी रही। कप्तान केदार देवधर (31) को आकाश दीप ने आउट कर ही दिया था लेकिन वह नोबॉल निकली। इसके बाद पोरेल ने 15वें ओवर में देवधर और प्रत्युष कुमार को तीन गेंद के भीतर पवेलियन भेजा। अगले ओवर में उन्होंने शिवालिक शर्मा (चार) को भी आउट कर दिया। कृणाल पंड्या और विकेटकीपर बल्लेबाज मितेश पटेल के बीच साझेदारी बन ही रही थी लेकिन आकाश दीप ने कृणाल और अभिमन्यु राजपूत को तीन गेंद के भीतर आउट करके बड़ौदा की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। एक अन्य मैच में चंडीगढ के खिलाफ हैदराबाद ने सात विकेट पर 270 रन बना लिये। हनुमा विहारी ने 59 और प्रतीक रेड्डी ने 36 रन का योगदान दिया। चंडीगढ के लिये जगजीत सिंह ने तीन विकेट लिये।