ZK बेस्ड प्रोटोकॉल में ब्लॉकचेन नेटवर्क्स को डेटा का खुलासा किए बिना ट्रांजैक्शंस को वैलिटेड करन की अनुमति मिलती है। इसमें केवल ट्रांजैक्शन से जुड़ी एंटिटीज ट्रांजैक्शन के बारे में अधिक जानकारी हासिल कर सकती हैं। इससे Ethereum नेटवर्क पर यूजर्स आसानी से ट्रांजैक्शन कर सकते हैं और इसके साथ ही उनकी व्यक्तिगत जानकारी भी सुरक्षित रहती है। Polygon ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया कि यह इस तरह की पहली सर्विस है जिसमें ZK क्रिप्टोग्राफी, प्राइवेसी और ब्लॉकचेन स्केलिंग टेक्नोलॉजी होगी। ZK क्रिप्टोग्राफी से ट्रांजैक्शंस और व्यक्तिगत जानकारी को जानकारी का नियंत्रण दिए बिना वेरिफाई किया जा सकता है।
Polygon ने कहा कि ZK क्रिप्टोग्राफी से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर उसकी एक अरब डॉलर से अधिक खर्च करने की योजना है। Polygon ID में ZK प्रूफ्स का इस्तेमाल नो युअर कस्टमर (KYC) वेरिफिकेशन के लिए यूजर की आइडेंटिटी को साबित करने के लिए होगा। यूजर्स को इसके लिए व्यक्तिगत दस्तावेज जमा करने की जरूरत नहीं होगी। Polygon ID का इस्तेमाल करने पर यूजर्स को KYC की जरूरत वाली कंपनियों को अपनी व्यक्तिगत जानकारी का खुलासा नहीं करना होगा। Polygon का कहना है कि इस सर्विस का इस्तेमाल अन्य प्रकार से भी हो सकता है। इससे डीसेंट्रलाइज्ड क्रेडिट स्कोर और Web 3 गेम्स के लिए प्लेयर के प्रोफाइल में किया जा सकता है। Polygon ID ओपन सोर्स होगी और इसकी अपनी सॉफ्टवेयर डिवेलपमेंट किट से पूरी की जाएगी जिससे किसी भी ब्लॉकचेन प्रोटोकॉल को अपने इस्तेमाल के लिए इसमें बदलाव करने की सुविधा मिलेगी।
हाल ही में महाराष्ट्र में Polygon पर जाति प्रमाणपत्र जारी करने की शुरुआत की गई है। राज्य के गढ़चिरोली जिले और इटापल्ली गांव के निवासियों को Polygon ब्लॉकचेन-बेस्ड प्लेटफॉर्म LegitDoc पर जाति प्रमाणपत्र जारी किए जा रहे हैं। इससे इन प्रमाणपत्रों को तुरंत वेरिफाई किया जा सकता है।
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