UP Election 2022 : केंद्रीय मंत्री महेंद्रनाथ पांडेय (Mahendra Nath Pandey) ने उत्तर प्रदेश में BJP से ब्राह्मणों की नाराजगी की बात को खारिज किया है। उनका कहना है कि ब्राह्मण ही नहीं कोई भी तबका भाजपा से नाराज नहीं है। विपक्ष ने ब्राह्मणों के विरोध के काल्पनिक विषय को उठाया था, जिसकी हवा चुनाव में निकल चुकी है।
Published: March 01, 2022 07:34:04 pm
नवनीत मिश्र मोदी सरकार में केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री और उत्तर प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय (Mahendra Nath Pandey) का दावा है कि विधानसभा चुनाव में एक बार फिर 300 से ज्यादा सीटें जीतकर उनकी पार्टी प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगी। डॉ. पांडेय उत्तर प्रदेश में भाजपा की सपा से सीधी लड़ाई नहीं मानते हैं। उनका कहना है कि भाजपा रेस में बहुत आगे और सपा तथा बसपा के बीच दूसरे नंबर के लिए आपस में लड़ाई है। केंद्रीय मंत्री डॉ. पांडेय ने यूपी के गाजीपुर स्थित अपने पैतृक गांव में पत्रिका से यूपी चुनाव पर बात की। उन्होंने कहा कि पहले ईटावा, मैनपुरी और कन्नौज की ही सेवा होती थी। भाजपा सरकार में पहली बार पूर्वांचल की सेवा हो रही है।
केंद्रीय मंत्री महेंद्रनाथ पांडेय।
सवाल- भाजपा की सपा से सीधी टक्कर दिख रही है। इस चुनाव में पार्टी की क्या स्थिति है?
जवाब- देखिए, भाजपा के सामने कोई लड़ नहीं रहा है। भाजपा बहुत आगे है। कहीं कोई सीधी टक्कर नहीं है। आज ये कह सकते हैं कि सपा और बसपा में दूसरे नंबर के लिए लड़ाई चल रही है। रुझानों से पता चलता है कि जनता भाजपा को तीन सौ पार पहुंचा रही है।
सवाल- राजभर, स्वामी प्रसाद मौर्य के जाने से क्या भाजपा की सोशल इंजीनियरिंग को धक्का लगा है? जवाब- महास्वार्थी व्यक्तियों के जाने से पार्टी की सोशल इंजीनियरिंग को कोई धक्का नहीं लगा है। बोनस में हमारे साथ निषाद पार्टी इस चुनाव में जुड़ गई। ग्राउंड रिपोर्ट बता रहा हूं जहूराबाद में ओमप्रकाश राजभर हार रहे हैं। मेरी लोकसभा(चंदौली) क्षेत्र की विधानसभा सीट(शिवपुर) से लड़ रहा उनका पुत्र जमानत बचा ले, वही बहुत है। भाजपा सरकार में राजा सुहेलदेव का भव्य स्मारक और उनके नाम पर मेडिकल कॉलेज बना और ट्रेन का संचालन हुआ। आज उसका प्रतिफल है कि राजभर समाज भाजपा के साथ खड़ा है।
सवाल- आप पार्टी के प्रमुख ब्राह्मण चेहरे हैं। यूपी के कुछ हिस्सों में ब्राह्मणों की नाराजगी की बातें सामने आईं? भाजपा को दिल्ली में मीटिंग भी करनी पड़ी। आपका क्या मानना है? जवाब- ब्राह्मण समग्रता मे सोचता है। ब्राह्मणों ने चुनाव में भारी मतदान कराने में अहम भूमिका निभाई है। विपक्ष ने ब्राह्मणों की नाराजगी के काल्पनिक विषय को उठाया था। उसकी हवा, चुनाव की शुरुआत में ही निकल गई। ब्राह्मण या कोई तबका बीजेपी से नाराज नहीं है।
सवाल- जाटों की नाराजगी के कारण पश्चिम में भाजपा को सीटों के नुकसान की आशंका है। क्या भाजपा जाटों की नाराजगी समय रहते दूर नहीं कर पाई? जवाब- गृहमंत्री अमित शाह ने जाटों के साथ बैठक की थी।उस बैठक के बाद पूरा पश्चिम का नैरेटिव बदल गया। सत्ता के खुले संरक्षण में जिस तरह से मुजफ्फरनगर के दंगे और कैराना में पलयान की घटनाएं हुईं थीं, वैसी कोई घटना योगी सरकार में नहीं हुई। पांच साल में योगी सरकार ने कठोर कदम उठाकर पश्चिम से गुंडाराज समाप्त किया। जाटों को लगा कि भाजपा ने पश्चिम में गुंडागर्दी, दबंगई, तुष्टीकरण की राजनीति खत्म की है। इस नाते उन्होंने भाजपा का साथ दिया।
सवाल- भाजपा पर चुनावी फायदे के लिए बयानों से धार्मिक ध्रवीकरण के आरोप लग रहे हैं? जवाब- निराधार आरोप है। जिन्ना की बात सबसे पहले किसने की? एक खास तबके के लेगों को किसने महत्व दिया? दंगे के आरोपियों को किसने टिकट दिया? एक खास वर्ग की तुष्टीकरण उन्होंने की। भाजपा विकास, कानून व्यवस्था, सेवा और पारदर्शी ईमानदार सरकार के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है। हर पार्टी का एजेंडा एक खास वर्ग को तुष्ट करने का था। उससे अलग भाजपा ने देश और यूपी में अपने सेवाओं से वातावरण बनाया है। यह ध्रुवीकरण नहीं है।
सवाल- योगी को एक मुख्यमंत्री के रूप में किस तरह से देखते हैं
जवाब- बाल गंगाधर तिलक, मदन मोहन मालवीय, महात्मा गांधी जिस भारत की कल्पना करते थे, अटल के बाद मोदी युग में उस तरह के भारत का निर्माण हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी एक सफल मुख्यमंत्री के रूप में कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रहे हैं। कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी ने जो लकीर खींची, उसकी सराहना हो रही है।
सवाल- इस चुनाव में भाजपा के पास 3 बड़े मुद्दे कौन से हैं?
जवाब- बताने को अनगितन कार्य हैं हमारे पास। लेकिन, आपने तीन पूछा है तो नंबर एक- विकास का मुद्दा है। पश्चिम में मेरठ एक्सप्रेसवे बना है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर कार्य चल रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का निर्माण हुआ है। दूसरा मुद्दा बेहतर कानून व्यवस्था का है। तीसरा-प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार योजना को हमने लागू किया।
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