डिजिटल डेस्क, अदीस अबाबा। अफ्रीका सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने इसकी पुष्टि की है कि पूरे महाद्वीप के 11 देशों में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले सामने आए हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को यहां मीडिया को संबोधित करते हुए, अफ्रीका सीडीसी के निदेशक जॉन नेकेंगसॉन्ग ने कहा कि सात अतिरिक्त अफ्रीकी देशों ने पिछले सप्ताह के दौरान ओमिक्रॉन वेरिएंट की सूचना दी है, जिससे कुल महाद्वीप में 11 मामले हो गए है।
जिन देशों में कोरोनावायरस के मामले पाए गए, उन देशों में दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, नाइजीरिया, घाना, युगांडा, जाम्बिया, सेनेगल, ट्यूनीशिया, मोजाम्बिक, नामीबिया और जि़म्बाब्वे शामिल हैं। साथ ही गुरुवार को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि उपरोक्त अफ्रीकी देशों में वर्तमान में दुनिया भर के 57 देशों द्वारा रिपोर्ट किए गए लगभग 1,000 ओमिक्रॉन मामलों में से 46 प्रतिशत हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि ओमिक्रॉन कम गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है।
ओमिक्रॉन की व्यापक वैश्विक उपस्थिति के बावजूद, 60 से ज्यादा देशों ने यात्रा प्रतिबंध लगाए हैं जो मुख्य रूप से दक्षिणी अफ्रीकी देशों को लक्षित कर रहे हैं, जिनमें से कुछ ने अभी तक किसी भी ओमिक्रॉन मामले की रिपोर्ट नहीं की है। डब्ल्यूएचओ के अफ्रीका के क्षेत्रीय निदेशक मात्शिदिसो मोएती ने कहा, ओमिक्रॉन अब वैश्विक स्तर पर लगभग 60 देशों में मौजूद है। मुख्य रूप से अफ्रीकी देशों को लक्षित करने वाले यात्रा प्रतिबंधों को उचित ठहराना मुश्किल है।
इस बीच, विश्व निकाय ने भी कहा कि महाद्वीप में साप्ताहिक कोरोना मामलों में 93 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। अफ्रीका में शुक्रवार तक पुष्टि किए गए कोरोना मामलों की संख्या बढ़कर 8,797,227 हो गई है जबकि मरने वालों की संख्या बढ़कर 224,231 हो गई है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, अफ्रीका ने अब तक 37.2 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की खुराकें दी है। हालांकि हाल के महीनों में टीकाकरण की गति में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन अफ्रीका की आबादी का केवल 7.8 प्रतिशत ही पूरी तरह से टीका लगाया गया है।
(आईएएनएस)