Chainalysis ने एक ब्लॉग पोस्ट में अपनी स्टडी के बारे में बताया है। इसके मुताबिक, उसे सैकड़ों मनी लॉन्ड्रिंग मामलों का पता चला है। Chainalysis ने कहा है कि उसने 262 यूजर्स की पहचान की है, जिन्होंने NFT को 25 से ज्यादा बार स्व-वित्तपोषित (self-financed) अड्रेस पर बेचा है। रिसर्च फर्म ने पाया कि आधे से ज्यादा ने अपना पैसा खो दिया, क्योंकि फीस में बढ़ोतरी से उनकी वॉश ट्रेडिंग, असल खरीदारों से ब्याज पैदा करने में विफल रहा। हालांकि 110 यूजर्स ने सामूहिक रूप से इस गतिविधि से फायदा कमाया और करीब 8.9 मिलियन डॉलर (लगभग 67 करोड़ रुपये) कमाने ने कामयाब रहे।
In the latest preview of our 2022 Crypto Crime Report, we look at #NFTs and crime. Learn how wash trading and money laundering are picking up steam in the NFT space. https://t.co/pJrh6C0tyX
— Chainalysis (@chainalysis) February 2, 2022
Chainalysis ने इस स्टडी में NFT प्लेटफॉर्म्स का उल्लेख नहीं किया है, लेकिन कहा है कि उसकी फाइंडिंग्स में सिर्फ Ether के साथ खरीदे गए NFT शामिल हैं।
हालांकि क्रिप्टोकरेंसी पर बेस्ड मनी लॉन्ड्रिंग की तुलना में संभावित NFT-बेस्ड मनी लॉन्ड्रिंग काफी कम है, लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि यह एक्टिविटी बढ़ रही है।
फर्म का कहना है कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों से NFT में विश्वास कायम करना मुश्किल होता है और मार्केटप्लेस, रेगुलेटर्स व लॉ इन्फोर्समेंट द्वारा इनकी अधिक बारीकी से निगरानी की जानी चाहिए।
CoinDesk से बात करते हुए Chainalysis के रिसर्च हेड, किम ग्राउर कहते हैं कि NFT के जरिए अपराध में शामिल होने का आइडिया अच्छा नहीं है, क्योंकि यह महंगा है। यह गारंटी देना मुश्किल है कि अगर आप वॉश ट्रेडिंग करते हैं, तो आप फायदे में रहेंगे। अगर आप मनी लॉन्ड्रिंग के लिए NFT का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो इसका पता लगाया जा सकता है। जाहिर है क्रिप्टोकरेंसी और NFT मार्केट में इस तरह की चीजें लोगों के भरोसे में कमी लाती हैं और तमाम देशों को इस सेक्टर को रेगुलेट करने के लिए मजबूर भी करती हैं।