इस तारे को एरेन्डेल (Earendel) नाम दिया गया है। खगोलविदों का कहना है कि एरेन्डेल ने हमारे ब्रह्मांड के पहले अरब वर्षों में जगमगाना शुरू किया। एरेन्डेल का द्रव्यमान हमारे सूर्य के द्रव्यमान का 50 गुना होने का अनुमान है। चमकने के मामले में भी यह हमारे सूर्य से लाखों गुना तेज है।
जर्नल नेचर में प्रकाशित पेपर के लेखक ब्रायन वेल्च ने कहा है कि पहले तो उन्हें इस खोज पर विश्वास ही नहीं हुआ, क्योंकि यह तारा रेडशिफ्ट स्टार से बहुत दूर था। गौरतलब है कि रेडशिफ्ट और ब्लूशिफ्ट प्रकाश तरंग की आवृत्ति में परिवर्तन का वर्णन करते हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि कोई वस्तु हमारी ओर बढ़ रही है या दूर जा रही है। जब कोई वस्तु हमसे दूर जा रही होती है, तो उससे निकलने वाली रोशनी रेडशिफ्ट कहलाती है और जब कोई चीज हमारी ओर बढ़ रही होती है, तो उससे निकलने वाली रोशनी ब्लूशिफ्ट कहलाती है।
रिसर्च टीम अनुसार, एरेन्डेल का द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान का कम से कम 50 गुना और लाखों गुना अधिक चमकीला होने का अनुमान है। यह अबतक खोजे गए बड़े तारों को टक्कर देता है। नासा ने इस खोज से जुड़ा एक वीडियो भी रिलीज किया है।
खगोलविदों के अनुसार, आने वाले कई वर्षों तक एरेन्डेल के बारे में और भी जानकारियां सामने आएंगी, क्योंकि नासा का जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप इसे ऑब्जर्व करेगा। बहरहाल, खगोलविद यह भी पता लगाएंगे कि कहीं एरेन्डेल पूरी तरह से प्राइमर्डियल हाइड्रोजन और हीलियम तो नहीं बना है। ऐसा हुआ तो यह पॉपुलेशन III स्टार्स का पहला सबूत होगा, जिनके बारे में माना जाता है कि वो बिग बैंग के बाद बनने वाले पहले सितारे हैं।
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