बुध होंगे मकर राशि में मार्गी
– फोटो : google
मकर संक्रांति के बाद यानी 15 जनवरी से ही मकर राशि में वक्री चाल चल रहे बुध ग्रह बुद्धि, संवाद, कारोबार और धन के कारक हैं। 6 मार्च तक मकर राशि में विचरण के पश्चात् बुध कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे। बुध के चाल बदलने का प्रभाव लगभग सभी राशि के जातकों पर होता है। लेकिन चार राशि के ऐसे जातक हैं, जिन्हें बुध की सीधी चाल चलना अधिक लाभ पहुँचाएगा। आइए जानते हैं वो पाँच राशियाँ जिन पड़ेगा इसका सीधा प्रभाव….
मेषः
आपकी राशि हेतु बुध का मार्गी होना बहुत लाभप्रद है। नौकरी व व्यवसाय में वृद्धि के साथ ही आर्थिक लाभ होगा। आपकी कुंडली में दसवें स्थान पर बुध के गोचर करने के प्रभाव से आपको करियर में सफलता के साथ-साथ आपके पिता की भी तरक्की होगी। 6 मार्च तक आर्थिक दृष्टि से बहुत ही अच्छा समय रहने वाला है। नवग्रह पूजन करना लाभ दायी होगा, अपने पास बुध यंत्र रख लें।
वृषभः
आपकी वाणी पर नियंत्रण करते हुए मार्गी बुध आपको लाभ पहुँचाएंगे। यदि आपका करियर वाणी से जुड़ा है तो ज़्यादा फ़ायदा होने वाला है। माँगलिक कार्यों में धन व्यय होगा। लम्बी यात्रा होगी। करियर में सफलता मिलेगी। परिवार के संग सुखमय जीवन बिताएँगे। प्रेम सम्बन्धों के प्रति गम्भीर रहेंगे। आर्थिक और करियर के परिप्रेक्ष्य में अच्छा समय है।
कन्याः
कन्या राशि के जातकों के पहले(लग्न) तथा दसवें स्थान के स्वामी बुध अब पांचवें स्थान में मार्गी हो जाएँगे। इसलिए आपको बेहद सावधानी बरतने की आवश्यकता है। गलती करने से बचें वरना आपकी छवि पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। जीवनसाथी से अनबन भी हो सकती हैं और पारिवारिक समस्याओं को झेलना पड़ सकता हैं। प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करने से प्रभाव कम हो जाएगा।
धनुः
सातवें व दसवें स्थान के स्वामी बुध, दूसरे स्थान में मार्गी होने जा रहे हैं। इस कारण आपको आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। समय पर ना किए गए कार्य से हानि होगी। साथ ही कारोबार में वृद्धि हेतु अधिक मेहनत करनी होगी। इस अवधि में संतान सुख प्राप्त करने हेतु कार्य करने होंगे। इस दौरान चाँदी का छल्ला सीधे हाथ के अंगूठे में धारण करें।
कुंभः
बारहवें स्थान पर मार्गी होने वाले बुध ग्रह के प्रभाव से आपको मेहनत करने पर आर्थिक लाभ होगा। 6 मार्च तक अपने व्यय पर नियंत्रण रखें। रिश्तेदारों से अच्छे सम्बंध बने रहेंगे। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। बुधवार के दिन किसी धार्मिक स्थान में मिट्टी का घड़ा दान करें तो विपरीत प्रभावों का अंत होगा।