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नई दिल्ली, 08अप्रैल। भारतीय की आध्यात्मिक धरोहर वेदों के साथ ही ज्योतिष शास्त्र में नवग्रह परिषद का वर्णन मिलता है। अनेक पुराणों में भी नवग्रहों के स्वरूप, स्वभाव आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी मिलती है। मत्स्य पुराण में नवग्रहों के स्वरूपों को विस्तार से स्पष्ट किया गया है।
आइए जानते हैं नवग्रहों का स्वरूप….