जाने किस ग्रह के लिए किस वस्तु का दान है उत्तम
– फोटो : google
जाने किस ग्रह के लिए किस वस्तु का दान है उत्तम
हिंदू धर्म में जिस प्रकार 12 राशियां है उसी प्रकार नौ ग्रह हैं, जिन्हें नवगृह कहा जाता है। कुंडली में बन रही इन ग्रहों की स्थिती के अनुसार ही जीवन में घटनाएं होती हैं। यदि यह ग्रह शुभ दशा में होते है तो व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता और कामयाबी लेकर आते हैं। वही यदि यह ग्रह किसी जातक की कुंडली में अशुभ दशा में होते हैं तो उसको इनके नकारात्मक प्रभाव झेलने पड़ते हैं और कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन नौ ग्रहों के लिए अलग अलग दान किया जाता है। आज हम आपको बताएंगे की किस ग्रह के लिए किस वस्तु का दान शुभ माना जाता है।
जिस जातक की कुंडली में सप्तम या अष्टम भाव में सूर्य होता है तो उसे सुबह और शाम के समय दान नहीं करना चाहिए। ऐसे व्यक्ति को तांबे की वस्तुओं का भी दान नहीं करना चाहिए। यदि आपका सूर्य बलवान है तो आपको सूर्य की वस्तुएं जैसे सोना, गेहूं, गुड़ व तांबे का दान नहीं देना चाहिए। परंतु जिन लोगों का सूर्य कमजोर होता है उन्हें इन वस्तुओं का दान करना चाहिए।
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
चंद्रमा ग्रह को मजबूत करने के लिए सफेद चीजों जैसे कि दूध, चावल, खीर आदि का दान करना चाहिए। परन्तु यदि आपकी कुंडली के छठे भाव में चंद्रमा है तो आप भूलवश भी दूध या पानी का दान न करें। यदि आपके बारहवें भाव में चंद्रमा है तो भिखारियों को अन्न का दान नहीं करना चाहिए। जिन लोगों का चंद्रमा बलवान हैं उन्हें चांदी, मोती, चावल आदि चीजों का दान नहीं करना चाहिए, क्योंकि इन चीजों का दान करने से उनका चन्द्रमा कमजोर हो सकता है।
जिन लोगों की कुंडली मे चौथे भाव मे मंगल हो उन लोगों को वस्त्र दान करने से बचना है। मंगल बलवान होने पर यदि कोई व्यक्ति मिठाई, गुड़, शहद आदि का दान करता है तो उसका मंगल कमजोर हो सकता है। लेकिन जिन लोगो का मंगल कमजोर है उन्हें मसूर की दाल, बताशे, केसर, लाल चंदन, खांड़, सौंफ और रेवड़ियों का दान करना चाहिए।
बुद्ध ग्रह का संबंध हरे रंग और भगवान गणेश से माना जाता है। भगवान गणेश बुद्धि के देवता हैं यदि आपका बुद्ध बलवान हैं तो आप पढ़ाई से संबंधित चीजें जैसे की कलम आदि का दान न करें। जिन लोगों का बुद्ध ग्रह कमजोर है उन्हें हरी चीज़े जैसे कि हरी साबूत मूंग की दाल, हरि चुनरी और हरे रंग के फलों का दान करना चाहिए।
जिन लोगों की कुंडली में गुरु सप्तम भाव में होता है उन्हें कपड़ों का दान नहीं करना चाहिए और जिनकी कुंडली में गुरु नौवें भाव में होता है उन्हें मंदिर आदि में दान नहीं करना चाहिए। जिन लोगों की कुंडली में गुरु पांचवें भाव में है उन्हें धन का दान नहीं करना चाहिए और यदि जातक की कुंडली में गुरु दसवें या चौथे भाव में होता है तो ऐसे लोगों को घर में या बाहर किसी स्थान पर मंदिर का निर्माण नहीं करवाना चाहिए। गुरु का संबंध पीली चीजों से होता है जिन लोगों का गुरु ग्रह कमजोर होता है उन्हें पीली चीजें जैसे की पीले वस्त्र, चने की दाल, हल्दी, पीले फल और केसर आदि का दान करना चाहिए।
जिन लोगों का शुक्र ग्रह कमजोर होता है उन्हें ज्वार रुई, दही, इत्र, सफेद वस्त्र, श्रृंगार की वस्तुओं का दान करना चाहिए और गाय को हरा चारा खिलाने से शुक्र ग्रह मजबूत होता है। लेकिन जिन लोगों का शुक्र मजबूत होता है उन्हें सिले हुए कपडे किसी को उपहार में नही देने चाहिए। पुस्तक, पढ़ाई और बीमारी के इलाज के लिए दान करना अच्छा माना जाता है लेकिन यदि शुक्र भाग्य भाव मे हो तो इन कार्यों के लिए दान करने से बचना चाहिए।
आज ही करें बात देश के जानें – माने ज्योतिषियों से और पाएं अपनीहर परेशानी का हल
शनि ग्रह कमजोर होने पर काले कपडे, काले तिल, कंबल, चाय की पत्ती, उड़द की दाल, सरसों का तेल, लोहे की वस्तु और छाया दान करना उत्तम रहता है। लेकिन यदि शनि बलवान हो तो किसी के लिए मुफ्त आवास, जूते चप्पल, तांबे की वस्तु, भोजन और वस्त्र आदि का दान नही करना चाहिए। यदि आपका शनि बलवान है और आप किसी को शराब पिलाते है तो आपको इसके दुष्प्रभाव झेलने पड़ सकते है।
राहु के कमजोर होने पर जौ, काले रंग का कपड़ा, कंबल और सप्तधान्य दान करना चाहिए। कुंडली के दूसरे भाव मे राहु के विराजमान होने पर तेल व चिकनाई वाली चीजों का दान करने से बचने की सलाह दी जाती है।
काला कपड़ा, काले तिल, दोरंगी या चितकबरे कंबल का दान केतु को मजबूत करने के लिए सबसे असरदार होता है। लेकिन यदि कुंडली मे केतु सातवे भाव मे हो तो लोहे का दान ना करें।
अधिक जानकारी के लिए, हमसे instagram पर जुड़ें ।
अधिक जानकारी के लिए आप Myjyotish के अनुभवी ज्योतिषियों से बात करें।