क्यों लगती है शराब पीने की लत, जाने ज्योतिषी कारण
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क्यों लगती है शराब पीने की लत, जाने ज्योतिषी कारण
खुशी हो या गम कुछ लोग शराब पीने का कोई न कोई बहाना ढूंढ ही लेते है। लॉकडाउन लगने से पहले शराब के ठेकों की जो स्थिति थी या फिर जब कुछ समय के लिए शराब के ठेके खोले गए थे तो शराबियों मे जो खुशी थी वो साफ जाहिर कर रही थी की लोगों को शराब कि कितनी लत है। शराब के दाम कितने ही बढ़ जाये परंतु लोग इसे पीना नही छोड़ते है। शराब की लत इतनी है लोगो के बीच की लोग जहरीली शारिब भी पी लेते है। जिसके कारण अब तक ना जाने कितने ही लोग अपनी जान गवां बैठे है। शराब पीकर महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा के भी बहुत मामले है और यह सिलसिला निरंतर चला जा रहा है। आज हम आपको शराब की लत लगने के ज्योतिषी कारण बतायेंगे और साथ ही बतायेंगे कुछ उपाय जिससे शराब की लत छुड़ाई जा सकती है।
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जातक की कुंडली देख कर ज्योतिशास्त्र की सहायता से यह मालूम किया जा सकता है कि उस व्यक्ति को किसी बुरी चीज की लत होगी या नही। कुंडली में मौजूद कुछ ग्रहों की स्थिति के कारण शराब जैसी बुरी चीजो के सेवन की आदत पड़ जाती है।
जब कुंडली में लग्न में चंद्रमा स्थित हो और वह षष्टम, एकादश भावों के स्वामी और राहु से प्रभावित होता है तब इस ग्रह दशा में व्यक्ति को शराब की लत लग सकती है।
जब राहु प्रथम, द्वितीय, सप्तम और द्वादश भाव में स्थित होता है तब धूम्रपान की बुरी लत लग जाती है और उसके बाद नशे की शुरुआत भी हो सकती है।
कुंडली के लग्न में यदि मंगल का होता है और शुक्र अशुभ अवस्था में होता है तब व्यक्ति मनोरंजन के लिए नशे का सहारा लेता है। ऐसे व्यक्ति नशे की लत के साथ साथ अहंकार भी बहुत करते हैं। ये अपने सामने किसी को कुछ नहीं समझते हैं। इन्हें मात्र नशे की ही नहीं बल्कि मांसाहारी भोजन खाने की भी लत होती है।
यदि चन्द्रमा, राहु ग्रह के साथ आद्रा, स्वाति और शतभिषा नक्षत्र में होता है तो व्यक्ति को शराब और सिगरेट पीने की लत लग सकती है।
कुंडली में यदि राहु वृश्चिक राशि में विराजमान हो और चंद्रमा पर शनि या मंगल की दृष्टि हो तो ऐसे में जातक को कम उम्र में ही नशे की लत लग जाती है।
ज्योतिष के जानकारों का मानना है कि यदि कुंडली में शुक्र और राहु ग्रह के बीच संबंध हों तो व्यक्ति शराब का अत्यधिक सेवन करता है।
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जब कुंडली में शुक्र ग्रह नीच अवस्था में विराजमान होता है तो भी ऐसी स्थिती में व्यक्ति को नशे की लत लग सकती है।
जानते हैं उन उपायों के बारे में जिससे कि नशे की लत छुड़ाई जा सकती है।
किसी व्यक्ति को शराब की लत है तो उसे हल्दी की माला और पुखराज रत्न धारण करना चाहिए इससे धीरे धीरे शराब की लत छूट जाएगी।
भगवान शिव का अंश माना जाने वाला रुद्राक्ष व्यक्ति के विवेक को जगाता है और उसकी बुरी आदतों का त्याग करवाता है। ऐसे में एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने से नशे की लत से छुटकारा मिलता है। वही यदि रुद्राक्ष को पंच धातु में धारण किया जाये तो उसके परिणाम जल्द ही मिलते हैं।
यदि आप नशे से मुक्ति चाहते हैं तो आप रविवार या शुक्रवार के दिन देवी माता की पूजा अर्चना करें।
इरानी फिरोज धारण करने से भी नशे की लत छूट जाती है। कहते है इस रत्न पर शनि का प्रभाव होता है।
जो लोग शुक्रवार के दिन व्रत रखते हैं उन्हें नशे की लत से जल्द ही छुटकारा मिल जाता है। शुक्रवार के दिन सुहागन स्त्रियों को शृंगार का सामान दान करने से इसके परिणाम बहुत ही बेहतर हो जाते हैं।
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