टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) की मंगलवार को जारी सब्सक्राइबर रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस जियो का वायरलाइन सब्सक्राइबर बेस 58.85 लाख से ज्यादा हो गया है। उसके मुकाबले एयरटेल ने फरवरी में 57.66 लाख से ज्यादा का सब्सक्राइबर बेस दर्ज किया।
रिपोर्ट बताती है कि रिलायंस जियो ने फरवरी में 2.44 लाख कस्टमर्स को जोड़ा, जो वायरलाइन टेलीफोनी में सबसे ज्यादा है। वहीं, एयरटेल ने 91,243 नए यूजर्स जोड़े और इस सेगमेंट में दूसरे नंबर पर रही। इसके बाद रही वोडाफोन आइडिया, जिसने 24,948 कस्टमर्स जोड़े। क्वाड्रेंट (Quadrant) ने 18,622 और टाटा टेलीसर्विसेज ने 3,772 कस्टमर्स जोड़े। रिलायंस जियो अब सिर्फ BSNL से पीछे है, जिसके 75.76 लाख से अधिक वायरलाइन कस्टमर्स हैं।
BSNL और MTNL की इस सेगमेंट में कुल मिलाकर 49.5 फीसदी की हिस्सेदारी है। हालांकि इन्होंने क्रमशः 49,074 और 21,900 फिक्स्ड लाइन कस्टमर्स को गंवा दिया। गौरतलब है कि वायरलाइन सब्सक्राइबर बेस में COVID-19 महामारी की पहली लहर के बाद काफी ग्रोथ हुई है। सबसे ज्यादा फायदा प्राइवेट टेलिकॉम ऑपरेटर्स को हुआ है।
यही वजह है कि जनवरी 2021 से BSNL का मार्केट शेयर 34.64 फीसदी से घटकर 30.9 फीसदी हो गया है। MTNL की हिस्सेदारी फरवरी 2022 में 11.05 प्रतिशत पर आ गई है, जो जनवरी 2021 में 14.65 फीसदी थी। दूसरी ओर, रिलायंस जियो और भारती एयरटेल जैसे प्राइवेट प्लेयर्स लगातार मार्केट शेयर हासिल कर रहे हैं।
रिलायंस जियो इस सेगमेंट में सबसे आक्रामक है। जनवरी 2021 से फरवरी 2022 के बीच उसकी हिस्सेदारी 14.7 फीसदी से बढ़कर 24 फीसदी हो गई है। सेगमेंट में स्थिति को और मजबूत करने के लिए कंपनी ने पोस्टपेड Jio Fiber कनेक्शन लेने वाले नए कस्टमर्स के लिए एंट्री फीस और इंस्टॉलेशन चार्ज को माफ कर दिया है। कंपनी ने Jio Fiber पोस्टपेड कस्टमर्स के लिए मंथली प्लान भी पेश किया है। इसमें 100 रुपये में 6 एंटरटेनमेंट ऐप्स का एक्सेस मिलता है।
वहीं, एयरटेल को इस सेगमेंट में थोड़ा फायदा हुआ है। उसकी हिस्सेदारी 23.12 से 23.52 प्रतिशत हो गई है। आंकड़े बताते हैं कि देश में वायरलाइन सब्सक्राइबर्स की संख्या फरवरी 2022 के आखिर में 2.45 करोड़ तक पहुंच गई, जो जनवरी 2021 में 2 करोड़ थी।