Jharkhand: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि 29 दिसम्बर के बाद से सरकारी और प्राइवेट दोनों स्कूलों में सभी कक्ष के छात्र अपना जाति प्रमाणपत्र बनवा सकेंगे।
Published: December 21, 2021 04:47:41 pm
झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बड़ा ऐलान किया है। इस ऐलान के तहत अब बच्चों को जाति प्रमाणपत्र के लिए इधर उधर नहीं भटकना पड़ेगा। अब वो अपने स्कूल में ही जाति प्रमाणपत्र बनवा सकते हैं। इस निर्णय से स्थानीय लोगों को झारखंड सरकार ने बड़ी राहत दी है। इसके बाद पक्ष और विपक्ष के बीच हंगामा देखने को मिल जिस कारण सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
Jharkhand CM Hemant Soren
इसके बाद झारखंड के सीएम सोरेन ने कहा कि वह सदन झारखंड के लोगों का काम करने के लिए बैठे हैं, न कि बांग्लादेशी या पाकिस्तानी के लिए। इसके बाद बीजेपी विधायक मनीष जायसवाल अवमानना के आरोप लगे। पक्ष और विपक्ष के बीच हंगामा बढ़ने लगा तो सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
झारखंड के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘देश में पहली बार है कि जेपीएससी में इतने बड़े पैमाने पर बच्चों ने परीक्षा दिया। हमने परीक्षार्थियों के लिए निशुल्क फॉर्म भरने दिया। इसे भाग्य कहें या दुर्भाग्य इसका जो रिजल्ट आया है और पिछड़े छात्र बच्चे सफल हुए जबकि सामान्य बच्चों के नंबर थोड़े कम आए, इस सफलता से मानुवादियों के पेट में दर्द होने लगा।’
इसके बाद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर निशान साधा था । उन्होंने ट्विटर पर कहा कि , ‘#JPSC के मामले पर अपनी नाकामी और भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए सीएम हेमंत सोरेन अब अनर्गल और बेतुका बयान दे रहे हैं। जब इनके नियुक्ति वर्ष और नौकरियों के वादे फुस्स हो गए, भ्रष्टाचार उजागर हो गया तो विरोध करने वालों को मनुवादी और विहिप के लोग बता बैठे।’
सरकार छात्र आंदोलनों को दबाने के लिए तरह-तरह के षड़यंत्रों में जुटी है।
अपनी विफलताओं पर पर्दा डालने और जेपीएससी के भ्रष्ट अध्यक्ष को बचाने में जुटी है।
जब सबकुछ साफ और पारदर्शी है तो सीबीआई जांच से डर कैसा?
मतलब साफ है भ्रष्टाचार और साजिशों की जड़े काफी गहरी है।#CBI4JPSC
(2/2)— Babulal Marandi (@yourBabulal) December 21, 2021
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