नई दिल्ली. आईपीएल 2022 में पंजाब किंग्स ने अपने नए कप्तान मयंक अग्रवाल के नेतृत्व में जबरदस्त शुरूआत की. पंजाब ऩे ओपनिंग मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर पर धमाकेदार जीत दर्ज, लेकिन दूसरे मैच में टीम को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. तीसरे मुकाबले में पंजाब किंग्स ने शानदार वापसी की और रवींद्र जडेजा की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स को 54 रनों से शिकस्त दी. पंजाब को मैच जिताने में टीम के गेंदबाज वैभव अरोड़ा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. ये वही वैभव अरोड़ा हैं जिन्होंने साल 2018 में क्रिकेट छोड़ने का मन बना लिया था.
सीएसके के खिलाफ हुए मैच में पंजाब किंग्स के गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया. यह उनकी बेहतरीन बॉलिंग का परिणाम था जो चेन्नई की टीम 181 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए 126 रनों पर ढेर हो गई. इस मुकाबले में 24 वर्षीय गेंदबाज वैभव अरोड़ा ने प्रभावशाली बॉलिंग की. उन्होंने चार ओवर के स्पेल में 21 रन देकर 2 विकेट चटकाए. यह आंकड़े वैभव अरोड़ा के लिए इसलिए मायने रखते हैं यह उनका आईपीएल डेब्यू मैच था.
2018 में वैभव छोड़ने वाले थे क्रिकेट
गत चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ शानदार परफॉर्मेंस करने के लिए वैभव की तारीफ की जा रही है. उनके इस बेहतरीन प्रदर्शन को देख कई पूर्व क्रिकेटरों ने प्रशंसा की है. इस बीच उनके कोच रवि वर्मा ने एक दिलचस्प खुलासा किया है. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए रवि ने कहा, “वैभव अरोड़ा 2018 में क्रिकेट छोड़ने वाले थे. जिला स्तर के मैच में वैभव की गेंदों पर सात कैच छोड़े गए थे जिसे वह चिढ़ गए.” कोच रवि वर्मा कहते हैं कि मैच के बाद वैभव ने कहा, सर कोई भी प्राइवेट नौकरी देख लो, क्रिकेट अब नहीं हो सकता. कोच बोले मैंने वैभव को बताया वह क्विटर का टैटू अपने माथे पर गुदवाए और दोबारा मुझे कभी फोन न करे.
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2019/2020 में रणजी में हुआ चयन
इसके बाद अरोड़ा ने अपना प्रयास जारी रखा. उन्हें 2019/2020 सत्र में रणजी ट्रॉफी में खेलने का मौका मिला. उन्होंने अपना पहला रणजी मैच सौराष्ट्र के खिलाफ धर्मशाला में खेला. बीते साल 2021 उन्होंने अपने राज्य के लिए टी-20 डेब्यू किया. आईपीएल 2020 में साथी अर्शदीप सिंह की मदद से वह पंजाब किंग्स के नेट बॉलर बने. वैभव कहते हैं कि पंजाब किंग्स के साथ उन 80 दिनों ने मुझे काफी आत्मविश्वास दिया. यह वो समय था जब मेरी गेंदबाजी अगले स्तर तक पहू्ंची. मैं नेट्स में केएल राहुल, क्रिस गेल, ग्लेन मैक्सवेल, मयंक अग्रवाल को गेंदबाजी कर रहा था. इसने डर को मुझसे दूर कर दिया था.
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