Highlights
- जोहान्सबर्ग टेस्ट के तीसरे दिन के अंत तक साउथ अफ्रीका का स्कोर 118/2 है
- जीत के लिए मेजबान टीम को 122 रनों की दरकार है
- भारत ने साउथ अफ्रीका के सामने जीत के लिए 240 रनों का लक्ष्य रखा है
दक्षिण अफ्रीका ने 240 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन बुधवार को यहां दो विकेट पर 118 रन बनाये। दक्षिण अफ्रीका अब लक्ष्य से 122 रन पीछे है। स्टंप उखड़ने के समय कप्तान डीन एल्गर 46 रन और रॉसी वान डर डुसेन 11 रन पर खेल रहे थे। भारत के लिये शार्दुल ठाकुर और रविचंद्रन अश्विन ने एक-एक विकेट लिया है।
इससे पहले चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे की शतकीय साझेदारी के बाद हनुमा विहारी के उपयोगी योगदान से भारत ने दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में दक्षिण अफ्रीका के सामने 240 रन का लक्ष्य रखा और मेजबान टीम ने तीसरे दिन बुधवार को यहां चाय के विश्राम तक अपनी दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 34 रन बनाये। दक्षिण अफ्रीका अब लक्ष्य से 206 रन पीछे है। अपनी पहली पारी में 202 रन बनाने वाले भारत ने दूसरी पारी में 266 रन बनाये। दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 229 रन बनाकर 27 रन की बढ़त हासिल की थी। वांडरर्स में सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रिकॉर्ड आस्ट्रेलिया के नाम है जिसने 2011 में 310 रन बनाकर जीत दर्ज की थी।
रन बनाने के लिये जूझ रहे एडेन मार्कराम (नाबाद 24) और कप्तान डीन एल्गर (नाबाद 10) ने दक्षिण अफ्रीका को सहज शुरुआत दिलायी है। ऐसे में तीसरे सत्र का खेल दोनों टीमों के लिये महत्वपूर्ण बन गया है। पुजारा (86 गेंदों पर 53) और रहाणे (78 गेंदों पर 58 रन) ने अर्धशतक जमाये और तीसरे विकेट के लिये 23.2 ओवर में 111 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। बाद में विहारी (84 गेंदों पर नाबाद 40) ने आखिरी चार बल्लेबाजों के साथ मिलकर 82 रन जोड़े। इनमें शार्दुल ठाकुर (24 गेंदों पर 28) ने अहम योगदान दिया।
कैगिसो रबाडा (77 रन देकर तीन) ने पहले सत्र के आखिरी 45 मिनट में तीन विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका को वापसी दिलायी। मार्को जेनसन (67 रन देकर तीन) और लुंगी एनगिडी (43 रन देकर तीन) ने बाद में इसका फायदा उठाया। भारत ने सुबह दो विकेट पर 85 रन से आगे खेलना शुरू किया। खराब फॉर्म के कारण आलोचकों के निशाने पर चल रहे पुजारा और रहाणे जानते थे कि उनके लिये आगे टीम में जगह बनाना मुश्किल होगा और इसलिए उन्होंने रन बनाने पर अधिक ध्यान दिया। पुजारा ने 62 गेंदों पर जबकि रहाणे ने 67 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया जिससे पता चलता है कि उन्होंने रन बनाने को प्राथमिकता में रखा। पुजारा ने 10 चौके जबकि रहाणे ने आठ चौके और एक छक्का लगाया।
भारत का स्कोर एक समय दो विकेट पर 155 रन था और वह अच्छी स्थिति में दिख रहा था, लेकिन इसके बाद रबाडा ने तीन विकेट झटककर दक्षिण अफ्रीका को वापसी दिलायी। रबाडा ने रहाणे को विकेटकीपर काइल वेरेन के हाथों कैच कराया और पुजारा को पगबाधा आउट किया। उन्होंने इसके बाद ऋषभ पंत को खाता भी नहीं खोलने दिया जिन्होंने शार्ट पिच गेंद को हॉफ वॉली पर खेलने का गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाकर विकेटकीपर को कैच दिया। रविचंद्रन अश्विन ने एनगिडी की गेंद पर विकेट के पीछे कैच देने से पहले 14 गेंदों पर 16 रन बनाये।
शार्दुल ठाकुर ने आते ही कुछ आकर्षक शॉट जमाये तथा विहारी के साथ सातवें विकेट के लिये 41 रन जोड़े। इसमें ठाकुर का योगदान 28 रन था जिसमें पांच चौके और जेनसन पर लगाया गया एक छक्का भी शामिल है। जेनसन ने इसी ओवर में उन्हें सीमा रेखा पर कैच कराया। विहारी ने इसके बाद रणनीतिक बल्लेबाजी की। उन्होंने जसप्रीत बुमराह (सात) के साथ 17 और मोहम्मद सिराज (शून्य) के साथ 21 उपयोगी रन जोड़े। विहारी ने अपनी पारी में छह चौके लगाये।