भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने माना कि हार्दिक पांड्या और रवींद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों के न होने से टीम में संतुलन की कमी थी। भारत को साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में 0-3 से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही बीच के ओवरों में टीम बल्लेबाजी और गेंदबाजी, केएल राहुल की कप्तानी और वेंकटेश अय्यर की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या भारतीय टीम को 50 ओवर के क्रिकेट में अपने टेम्पलेट पर फिर से विचार करने की जरूरत है, द्रविड़ ने जवाब दिया, “हां, हम टेम्पलेट समझते हैं। जाहिर है, टेम्पलेट का एक बड़ा हिस्सा आपकी टीम के संतुलन पर भी निर्भर करता है।”
द्रविड़ ने कहा, “मुझे लगता है कि अगर आप थोड़े ईमानदार हैं, तो कुछ लोग जो हमें टीम को संतुलित करने में मदद करते हैं और हमें नंबर 6, 7 और 8 नंबर पर हरफनमौला विकल्प देते हैं, शायद यहां नहीं हैं और चयन के लिए उपलब्ध नहीं हैं।”
द्रविड़ ने अपनी गेंदबाजी फिटनेस को वापस पाने की कोशिश कर रहे पांड्या और घुटने की चोट से उबर रहे जडेजा की गैरमौजूदगी के बारे में साफ तौर पर बात की.। कोच ने कहा, “उम्मीद है, जब वे (हार्दिक और जडेजा) वापस आएंगे, तो यह हमें बहुत अधिक गहराई देगा, यह हमें शायद थोड़ा अलग अंदाज में खेलने की अनुमति देता है।”
गौरतलब है कि मेजबान साउथ ने विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक के शतक और फिर शानदार गेंदबाजी के दम पर तीसरे और अंतिम वनडे में भारत को 4 रन से हराकर सीरीज 3-0 से क्लीन स्वीप की। साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 287 रन बनाए। इसके जवाब में भारती टीम 283 रन पर ही ढेर हो गई।