नई दिल्ली। यूरिक एसिड की बात करें तो ये एक ऐसा तत्व होता है जो शरीर में प्यूरिन के ब्रेक डाउन से बनता है। ब्लड के जरिए ये एसिड किडनी में पहुंचता है और यूरिन के मार्ग से शरीर से बाहर निकल जाता है। वहीं जब बॉडी में इसका प्रोडक्शन बढ़ने लगता है तब किडनी सही तरीके से फ़िल्टर करने में असमर्थ हो जाती है। धीरे-धीरे शरीर में फिर एसिड का स्तर बढ़ने लग जाता है और हाइपरयूरिसीमिया के जैसी स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है। वहीं इसका स्तर यदि शरीर में बढ़ जाता है तो गठिया,जोड़ों में दर्द एवं सूजन की समस्या भी आ सकती है।
इसलिए शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कैसे कम कर सकते हैं इसके लिए आज हम आपको इन उपचारों के बारे में बताएंगें।
1.अलसी के बीज
अलसी के बीज की बात करें तो ये स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माने जाते हैं। अलसी के बीज की बात करें तो इनमें प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा को कम करने में आप अलसी के बीज का सेवन कर सकते हैं। अलसी के बीजों का इस्तेमाल आप कई तरीकों से कर सकते हैं। जैसे कि आप इसे चबा कर अच्छे से खा सकते हैं, स्मूदी के रूप में भी आप अलसी का सेवन कर सकते हैं,अलसी के बने लड्डू भी खा सकते हैं। हर तरीके से अलसी का सेवन फायदेमंद हो सकता है। वहीं ये यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में भी आपकी मदद करेगा।
2.हल्दी
हल्दी सेहत के लिए कितनी ज्यादा फायदेमंद होती है ये बात तो आप जानते ही होंगें। वहीं हल्दी के और फायदों की बात करें तो इसमें करक्यूमिन नामक एक तत्व पाया जाता है जो कई समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। करक्यूमिन नामक तत्व ऐसा होता है जो शरीर को तो फायदा पहुंचाता ही है साथ ही साथ ये घुटनों और जोड़ों के दर्द को दूर करने में भी आपकी मदद कर सकता है। इसके रोजाना सेवन से यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है और वहीं पैर-हाँथ में सूजन रहती है तो भी हल्दी का सेवन इस समस्या से निजात दिलाता है।
3.अजवाइन का पानी
अजवाइन का पानी आपकी हेल्थ के लिए बहुत ज्यादा लाभदायक साबित हो सकता है वहीं ये शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड को भी कंट्रोल में रखने में सहायक होता है। यदि आपके शरीर में अक्सर यूरिक एसिड बढ़ा हुआ रहता है तो ऐसे में अजवाइन के पानी का सेवन आपको रोजाना शुरू कर देना चाहिए। इसे बनाने के लिए आप एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन को रातभर भिगो दें,उसके बाद खाली पेट इसका सेवन करें। रोजाना यदि आप इसका सेवन करते हैं तो ये धीरे-धीरे बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकता है।
4.मुलेठी
मुलेठी का इस्तेमाल सेहत से जुड़ी प्रोब्लेम्स को दूर करने के लिए किया जाता है। मुलेठी में ग्लाइसिराइजिन नामक कंपाउंड पाया जाता है। जो कि सूजन को कम करने में आपकी काफी हद तक सहयता कर सकता है। ये बॉडी को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचा के रखने में भी काफी असरदार होता है। यदि शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ी हुई रहती है तो मुलेठी का सेवन आपको फायदा पंहुचा सकता है। मुलेठी को आप पाउडर के रूप में भी डाइट में इस्तेमाल कर सकते हैं।
5.अदरक
अदरक का सेवन बहुत सारी समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। वहीं बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल करना चाहते हैं तो आप अदरक का इस्तेमाल कर सकते हैं। अदरक का इस्तेमाल आप कई तरीकों से कर सकते हैं जैसे कि चाय में डालकर,खाने में मसाले के तौर पर,काढ़ा के रूप में आदि। हर तरीके से अदरक का सेवन आपको फायदा पहुंचाने में सहायता कर सकता है। वहीं यूरिक एसिड बढ़े होने की वजह से यदि जोड़ों में दर्द रहता है तो इस समस्या को दूर करने के लिए आप अदरक के तेल से शरीर में भी मालिश कर सकते हैं।
6.अश्वगंधा
अश्वगंधा की बात करें तो ये एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो गठिया की समस्या को दूर करने में आपकी मदद कर सकती है वहीं अश्वगंधा के रोजाना सेवन से आपके शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा भी कम होती जाती है। अश्वगंधा अर्थराइटिस में सूजन और जोड़ों के दर्द को कम करने में फायदेमंद साबित हो सकती है। आप अश्वगंधा के पाउडर का इस्तेमाल दूध के साथ भी कर सकते हैं। अश्वगंधा स्ट्रेस व तनाव को दूर करने में भी मददगार साबित हो सकती है।