स्वर्ग से आया है धरती पर यह पौधा, जाने इसके बारे में
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स्वर्ग से आया है धरती पर यह पौधा, जाने इसके बारे में
समुंद्र मंथन से निकला यह पौधा पारिजात, शेफालिका, हरसिंगार आदि नामों से पुकारा जाता है। इस पौधे पर बहुत ही सुंदर और खुशबूदार पुष्प आते है। यह पौधा पूरे भारत में मिलता बस स्थान के साथ साथ इसका नाम बदल जाता है। जैसे कि मराठी में इसे परिजातक कहते है तो वही बंगाली में इसे शेफालिका और शिउली कहते है। अंग्रेजी में इसे नाईट जैस्मीन के नाम से जाना जाता है। इसी प्रकार इसको कई अन्य नामो से भी जाना जाता है। आज हम आपको इसी पौधे से जुड़े कुछ चमत्कारिक फायदे बताएंगे-
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यह पौधा समुद्र मंथन से निकला था। जिसे भगवान इन्द्र ने इंद्रलोक में रोपित किया था। मान्यता है कि यह पौधा स्वर्ग से धरती पर लाया गया है। नरकासुर के वध के बाद जब भगवान श्रीकृष्ण स्वर्गलोक गए थे तब भगवान इंद्र ने उन्हें परिजात का पौधा भेंट किया था। जिसे भगवान श्री कृष्ण धरती लोक पर ले आए थे और उन्होंने यह पौधा देवी रुक्मणी को दिया था। उत्तर प्रदेश में हारसिंगार के चार दुर्लभ प्रजाति के पौधों में से दो पौधे इटावा के वन विभाग परिसर में मौजूद हैं। जो देवताओं और दानवों के बीच हुए समुद्रमंथन के बारे में आज भी लोगों को बताते हैं। हरिवंशपुराण में भी इस पौधे और पुष्प के बारे में जिक्र मिलता है।
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पारिजात के फूल अपने आप में एक औषधि का काम करते है। इस पौधे के फूलों की खुशबू इतनी सुगंधित होती है कि व्यक्ति का उसे सूंघने का मन करता है। इसके फूलों की खुशबू सूंघने से तनाव से मुक्ति मीलती है। साथ ही व्यक्ति लंबी आयु भी प्राप्त करता है। यदि यह पौधा आप घर में लगाते हैं तो इससे घर परिवार में खुशी का माहौल बना रहता है।
इस पौधे के पुष्पों का इस्तेमाल लक्ष्मी के पूजन के लिए मुख्य तौर पर किया जाता है। इस पेड़ के पुष्पों से जुड़ी एक खास बात और है। मुख्य तौर पर हम पूजा में उन फूलों का इस्तेमाल करते हैं जो जमीन पर नहीं गिरे हुए होते हैं परंतु इस पौधे के वही पुष्प पूजा में इस्तेमाल किए जाते है जो पेड़ से टूटकर नीचे गिर गए होते हैं। कहते है जहाँ पर भी यह पौधा होता है वहाँ पर स्वयं देवी लक्ष्मी का वास होता है।
पारिजात के फूल सिर्फ रात में ही खिलते हैं और यह सुबह होते होते मुरझा जाते हैं। यह अपने आप में एक अद्भुत बात है जो इस पेड़ को और खास बनाती है। जिस भी आंगन में यह पुष्प खिलते है वहाँ हमेशा शांति और समृद्धि बनी रहती है।
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यदि कोई व्यक्ति हृदय रोग से पीड़ित हैं तो यह पौधा उसके लिए बहुत लाभकारी है। ऐसे व्यक्ति को इसके 15 से 20 फूलों या फिर उनके रस का सेवन करना चाहिए। यह उपाय किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह पर ही किया जा सकता है। इसके फूल, पत्ते और छाल अनेक प्रकार की औषधियों बनाने उपयोगी होते हैं।
जिस भी घर मे यह पौधा लगा होता है उसमें किसी भी प्रकार के वास्तु दोष नही रह जाते है। मात्र एक पौधा लगाने से आपके घर के सभी वास्तु दोष दूर हो जाते है। इसलिए इस पौधे को घर मे लगाना बहुत शुभ माना जाता है।
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