9to5Google ने बताया है कि iOS डिवाइसेज में इस्तेमाल हो रहे Google Fit को हार्ट और रेस्पिरेटरी रेट मेजरमेंट फीचर मिल रहे हैं। हार्ट रेट और BPM को मापने के लिए Google यूजर के शरीर की गतिविधियों को ट्रैक करता है।
जब यूजर रियर कैमरा के सेंसर पर उंगली रखते हैं और हल्का प्रेशर डालते हैं, तब Google Fit उनके हार्ट रेट को मापता है। जो यूजर लो-लाइट एनवायरनमेंट में हैं, उनके फोन का फ्लैश इस्तेमाल करके Google Fit ऐप बेहतर रिजल्ट देता है। शरीर में ब्लड फ्लो को ट्रैक करके भी ऐप हार्टबीट को ट्रैक कर सकता है।
हार्ट रेट मापने में लगभग 30 सेकंड लगते हैं। इसके बाद एक ग्राफ सामने आ जाता है, जिसमें बीट्स प्रति मिनट की जानकारी भी होती है। प्रोसेस पूरा होने के बाद यूजर इसे Google Fit में सेव कर सकते हैं।
इसी के साथ, iPhone का सेल्फी कैमरा यूजर के रेस्पिरेटरी रेट को ट्रैक कर सकता है। रेस्पिरेटरी रेट को ट्रैक करने के लिए यूजर को ऐप के डिस्प्ले में अपने सिर और धड़ को दिखाना होगा। ध्यान रहे कि इस दौरान फोन एकदम स्टेबल रहे। करीब आधे मिनट तक फोन को स्टेबल रखने के बाद रेस्पिरेटरी रेट को मापा जा सकता है। 9to5Google ने iPhone 7 और iPad Pro से लिए गए हार्ट और रेस्पिरेटरी रेट को ट्रैक किया है।
Google ने फरवरी में Google Fit में हार्ट और रेस्पिरेटरी रेट मापने वाले फीचर्स पेश किए थे। इन फीचर्स को शुरुआत में पिक्सल स्मार्टफोन के लिए रिलीज किया गया था। इसके बाद यह बाकी एंड्रॉयड स्मार्टफोन में भी मिलने लगा।