साइबर अटैक्स और डेटा ब्रीच के बढ़ते मामलों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति से किए गए वादे के बाद गूगल ने यह डील पूरी की है। पिछले अगस्त में गूगल ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) से वादा किया था कि कंपनी अगले पांच साल में साइबर सिक्योरिटी में 10 बिलियन डॉलर (लगभग 74,520 करोड़ रुपये) का निवेश करेगी।
इजरायली साइबर सिक्योरिटी स्टार्टअप ‘सिम्प्लीफाई’ सिक्योरिटी के साथ-साथ ऑटोमेशन और रिस्पॉन्स सॉल्यूशन प्रोवाइड करती है। इसने G20 वेंचर्स और 83North समेत अपने निवेशकों से 58 मिलियन डॉलर (लगभग 430 करोड़ रुपये) जुटाए हैं। सोर्स ने बताया कि Google क्लाउड ने अपने हितों को देखते हुए सिम्लीफाई के साथ पार्टनरशिप की है।
साल 2020 में कोविड महामारी शुरू होने के बाद से कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम शुरू किया है। इससे क्लाउड बिजनेस में Google का रेवेन्यू लगभग दोगुना होकर 5 बिलियन डॉलर (लगभग 37,260 करोड़ रुपये) हो गया है। इस दौरान साइबर सिक्योरिटी खतरों से बचाव की जरूरत बढ़ी है और कॉरपोरेट्स भी साइबर सिक्योरिटी प्रोडक्ट्स पर जोर दे रहे हैं।
गूगल ने बताया है कि सिम्प्लीफाई के प्लेटफॉर्म को उसके क्लाउड में इंटीग्रेट किया जाएगा। यह उन क्षमताओं के आधार के तौर में काम करेगा, जिनमें कंपनी निवेश करेगी। इजरायली साइबर सिक्योरिटी फर्म के साथ गूगल की यह पहली डील है। इस डील से कंपनी को साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में इजरायल की प्रतिभाओं का फायदा उठाने में मदद मिलेगी। गौरतलब है कि साइबर सिक्योरिटी के मामले में इजरायल की तकनीक दुनिया में सबसे आगे है। तमाम देश चाहते हैं कि साइबर सिक्योरिटी के मामले में वह भी इजरायल की तरह ही बनें। इराजयली कंपनियों के साथ डील करने को लेकर हर देश उत्सुक रहता है।
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