What is Florona and its Symptoms: लोग कोरोना में ही उलझे हुए थे, लेकिन इस दौरान Florona नाम का एक डबल खतरा मंडरा रहा है. जिसका पहला मामला इजरायल में देखने को मिल गया है. फ्लोरोना दरअसल एक डबल इंफेक्शन है, जो कि कोरोना और फ्लू दोनों से मिलकर बना है. आइए फ्लोरोना के बारे में पूरी जानकारी जानते हैं.
What is Florona: फ्लोरोना क्या है?
फ्लोरोना, फ्लू और कोरोना वायरस का मिला-जुला रूप है. इसका मतलब है कि संक्रमित मरीज के अंदर एक ही समय पर फ्लू और कोरोना दोनों का वायरस मौजूद है. यह कोई नई बीमारी नहीं है. दरअसल, इस मौसम में तापमान कम हो जाता है, जिसके कारण फ्लू का संक्रमण बढ़ जाता है. इस वजह से इस दौरान एक ही मरीज में दोनों वायरस मौजूद होने की स्थिति बन सकती है.
ये भी पढ़ें: New Year TIPS: चेहरे का रंग सफेद बनाना है, तो जनवरी से दिसंबर तक अपनाएं ये 4 आदतें
क्या कोरोना का नया वैरिएंट है फ्लोरोना?
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, फ्लोरोना कोई बीमारी नहीं है, बल्कि दोनों वायरस के एक साथ होने की स्थिति है. इसके साथ ही, यह कोरोना का भी कोई नया वैरिएंट नहीं है.
Symptoms of Florona: फ्लोरोना के लक्षण क्या हैं?
WHO के मुताबिक, फ्लोरोना के अंदर मरीज में फ्लू और कोविड-19 दोनों के लक्षण दिख सकते हैं. साथ ही, हर मरीज में इसके लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं. जो कि संक्रमण के 2 से 10 दिन के अंदर दिखना शुरू कर सकते हैं. जैसे-
- खांसी
- सर्दी-जुकाम
- भूख ना लगना
- सीने में दर्द
- सांस फूलना
- स्वाद और गंध का खो जाना
- सिरदर्द
- थकान, आदि
ये भी पढ़ें: सावधान: इन चीजों को खाने के बाद नहीं पीना चाहिए दूध, शरीर को घेर लेंगी ये बीमारियां
कैसे फैलता है फ्लोरोना?
TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, फ्लोरोना के अंदर मौजूद फ्लू और कोरोना दोनों ही रेस्पिरेटरी इंफेक्शन हैं. जिसका मतलब है कि यह बोलने, सांस लेने, खांसने-छींकने आदि के दौरान निकलने वाले संक्रमित एरोसोल पार्टिकल्स के संपर्क में आने से फैलता है. इसलिए, अगर आप फ्लू से संक्रमित और कोरोना से संक्रमित दोनों मरीजों के संपर्क में आए हैं, तो आपको फ्लोरोना का खतरा हो सकता है.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.