फेसबुक की पेरेंट कंपनी Meta और अल्फाबेट की Google को भी इस साल इसी तरह के एक केस का सामना करना पड़ा था। इन कंपनियों पर कंटेंट को लेकर रूस के कानून का बार-बार उल्लंघन करने का आरोप है और इस वजह से इनके सालाना रेवेन्यू का कुछ प्रतिशत जुर्माने के रूप में वसूला जा सकता है।
फेसबुक ने इस पर तुरंत कोई प्रतिक्रया नहीं दी। रूस ने अक्टूबर में राज्य कानून अधिकारियों को फेसबुक पर लगा 1.7 करोड़ रूबल का जुर्माना वसूलने के लिए भेजा था। Interfax ने कहा है फेडरल बेलिफ सर्विस डेटाबेस के अनुसार रविवार तक कंपनी पर कोई और कार्यवाही करना बाकी नहीं था।
रूस की सरकार ने इस साल बड़ी टेक कंपनियों के लिए सख्त रवैया रखा है। सरकार ने एक अभियान के तहत इंटरनेट को सख्ती से कंट्रोल करने के लिए कंपनियों पर दबाव बढ़ाया है। इसके आलोचकों का कहना है कि इस कदम से निजी और कॉरपोरेट स्वतंत्रता को दबाया जा रहा है।
Interfax की रिपोर्ट यह भी बताती है कि मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम ने भी 1.5 करोड़ रूबल (लगभग 1.53 करोड़ रुपये) का जुर्माना भरा है। इस प्रतिक्रिया देने की रिक्वेस्ट का टेलीग्राम ने तुरंत कोई जवाब नहीं दिया था।
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