भारत में Starlink के प्री-ऑर्डर सभी के लिए खुले हैं। यदि आप भी इसे प्री-ऑर्डर करने का विचार कर रहे हैं, तो इससे जुड़ी सभी अहम जानकारियों को नीचे पढ़ें।
How and where to pre-order Starlink and it’s price
Starlink को कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट के जरिए अब भारत में भी प्री-ऑर्डर किया जा सकता है। प्री-ऑर्डर की कीमत 99 डॉलर यानी लगभग 7,200 रुपये है। प्री-ऑर्डर की प्रक्रिया इस प्रकार है:-
1. सबसे पहले Starlink की वेबसाइट पर जाएं
2. यहां आपको सबसे पहले अपने क्षेत्र की उपलब्धता जांचनी होगी। आपको अपने क्षेत्र का नाम डालना। यदि आपको अपना क्षेत्र नाम डालने से नहीं मिलता है, तो आप सर्च बॉक्स के नीचे ‘Plus Code’ पर क्लिक कर अपने क्षेत्र के पिन कोड के जरिए भी सर्च कर सकते हैं। आपको पिन कोड डालने के बाद ‘Order Now’ पर क्लिक करना है।
नोट: Gadgets 360 द्वारा भारत के कई राज्यों में Starlink की उपलब्धता जांचने पर पाया गया कि सभी जगह सर्विस की अंदाजन शुरुआत साल 2022 बताई गई है।
3. अब Starlink आपसे कुछ निजी जानकारियां मांगेगा, जैसे कि आपका नाम, फोन नंबर, ईमेल और बिलिंग एड्रेस। यह सभी जानकारियां डालनी जरूरी है।
4. इसके बाद आपको ‘Place Deposit’ पर क्लिक कर भुगतान करना होगा। बता दें कि यह अमाउंट पूरी तरह से रिफंडेबल है। आप प्री-ऑर्डर को कैंसल भी कर सकते हैं।
Starlink Terms & Conditions
कंपनी ने साफ शब्दों में कहा है कि यह सर्विस ‘First come first served’ यानी ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर दी जाएगी। इसके अलावा, यह भी साफ किया गया है कि सर्विस की शुरुआत रेगुलेटर्स द्वारा इजाजत मिलने के बाद ही शुरू होगी। कंपनी ने रजिस्ट्रेशन पेज पर मौजूद टर्म्स एंड कंडीशन पेज पर ‘Availability; Limitations’ सेक्शन में साफ लिखा है कि (अनुवादित) “प्री-ऑर्डर का मतलब यह नहीं है कि आपको स्टारलिंक किट और सर्विस मिलने की गारंटी है। इस सर्विस की उपलब्धता की तारीखें केवल अनुमान हैं और इसमें बदलाव हो सकते हैं। SpaceX इस बात की गारंटी नहीं देता है कि आपके क्षेत्र में सर्विस वास्तव में कब उपलब्ध होगी। सर्विस की उपलब्धता कई कारकों पर निर्भर है, जिसमें विभिन्न रेगुलेटर्स द्वारा अनुमति भी शामिल हैं।”
What is Starlink?
Tesla कंपनी के मालिक एलन मस्क (Elon Musk) की एक अन्य कंपनी SpaceX का एक अनूठा प्रोजेक्ट Starlink सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट मुहैया कराने के लिए शुरु किया गया है। मस्क ने इस प्रोजेक्ट को कई शहरों में सफलतापूर्वक शुरू भी कर दिया है। अब ऐसा प्रतीत होता है कि 2022 तक मस्क इसे भारत में भी शुरू करने की योजना बना रहे हैं। Starlink प्रोजेक्ट में कंपनी सैटेलाइट के जरिए दुनिया के किसी भी कोने में इंटरनेट सर्विस दे सकती है। Starlink एक सैटेलाइट इंटरनेट जाल है। इस जाल में हज़ारों छोटे सैटेलाइट शामिल होंगे, जो जमीन पर बने ट्रांसीवर्स से जुड़े होंगे। मई 2019 तक स्पेसएक्स ने कुल 60 ऑपरेशनल सैटेलाइट को लोअर ऑर्बिट पर सेट कर दिया था और कंपनी की योजना इस आंकड़े को 2027 के मध्य तक 42,000 सैटेलाइट तक करना है। CNBC के मुताबिक, जनवरी तक SpaceX ने 1,000 से अधिक Starlink हाई-स्पीड इंटरनेट सैटेलाइट लॉन्च कर दी थी।
Countries with Starlink
कुछ ऑलाइन रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और मैक्सिको में Starlink यूज़र्स को एक कनेक्शन किट 499 डॉलर (लगभग 36,400 रुपये) में मिलती है। इससे अलग उन्हें प्रति माह 99 डॉलर रेंटल देना होता है। भारत में फिलहाल प्री-ऑर्डर 99 डॉलर में हो रहा है, लेकिन ऐसा हो सकता है कि किट के लिए ग्राहकों को अलग से कीमत चुकानी पड़े। CNBC की रिपोर्ट कहती है कि U.K (यूनाइटेड किंगडम) में ग्राहकों को हर महीने £89 (लगभग 9,000 रुपये) देने होते हैं और कनेक्शन लेते समय शुरुआत में किट के लिए £439 (लगभग 44,600 रुपये) देने होते हैं। इस किट में स्टारलिंक के साथ-साथ वाई-फाई राउटर, पावर सप्लाई, केबल और माउंटिंग ट्राईपॉड शामिल हैं।
Will Starlink succeed in India?
यदि अन्य देशों को देखा जाए, तो निश्चित तौर पर Starlink सस्ता सौदा नहीं है। ऐसा हो सकता है कि भारत में भी यूज़र्स को किट के लिए भारी रकम चुनाकी पड़े। फिलहाल देखना बाकि है कि भारत में एलन मस्क ब्रॉडबैंड इंडस्ट्री में क्रांति लाने के लिए अपनी इस सर्विस को कितना किफायती रखते हैं। खास तौर पर तब, जब देश में Reliance Jio, Airtel, BSNL समेत कई अन्य ISP (इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर) बेहद सस्ती कीमतों पर हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट मुहैया करा रहे हैं। हालांकि आम ब्रॉडबैंड की तुलना में Starlink रिमोट एरिया में भी हाई-स्पीड इंटरनेट देने की क्षमता रखता है और यही इसकी सबसे बड़ी यूएसपी है। सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट उन रिमोट क्षेत्रों में भी पहुंचाया जा सकता है, जहां केबल ब्रॉडबैंड का पहुंचना संभव नहीं है। हालांकि यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि ऐसे क्षेत्रों में रहने वाली आबादि महंगा इंटरनेट इस्तेमाल करने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाएगी। भारत में Starlink की सफलता पूरी तरह से इसकी कीमत के ऊपर निर्भर करेगी।