डिप्रेशन का डायबिटीज पर बहुत गहरा प्रभाव पढ़ता है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको इसी विषय पर संपूर्ण जानकारी देंगे आज हम आपको बताएंगे की कैसे डिप्रेशन का सीधा संबंध आपके शुगर लेवल से है।
नई दिल्ली
Updated: December 24, 2021 10:23:02 pm
नई दिल्ली। आज के समय में डायबिटीज की समस्या हर दूसरे व्यक्ति को है। वहीं दूसरी तरफ व्यक्ति को तनाव का भी काफी सामना करना पड़ता है। बता दें कि हर समस्या एक नई समस्या को जन्म दे सकती है। ऐसे में समय रहते सतर्कता जरूरी है। डायबिटीज होने पर डिप्रेशन के लक्षण नजर आ सकते हैं। वहीं डिप्रेशन भी डायबिटीज का कारण बन सकता है। ऐसे में व्यक्ति को अपनी दिनचर्या में बदलाव करने चाहिए। वहीं तनाव होने पर तुरंत इस समस्या को ठीक करना जरूरी है। ऐसे में यह दोनों एक दूसरे से संबंध रखते हैं।
जानें डिप्रेशन का क्या पड़ता है डायबिटीज़ पर असर
कोरोना का असर
डायबिटीज से तो लोग परेशान थे ही लेकिन कोरोना ने उसपर अधिक दबाव बढ़ा दिया है। कोरोना काल में आपको अपनी नौकरी जाने का डर या फिर अपने स्वास्थ्य की चिंता भी आपके लिए डायबिटीज की स्थिति को और गंभीर बना सकती है। लेकिन अगर आप अपने तनाव पर काबू पा लेते हैं तो आप डायबिटीज को बेहतर ढंग से नियंत्रित करने में सफल साबित हो सकते हैं।
चूंकि तनाव आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है इसलिए वह सब कुछ करने की कोशिश करें, जो आपको इसे कंट्रोल करने के बारे में जानकारी दे। महामारी के तनाव से निपटने के लिए जंक फूड का सेवन करने से बचें। इसके बजाय, अपने सामान्य हेल्दी फूड योजना का पालन करें, जिसमें संतुलित भोजन और हेल्दी पोर्शन साइज शामिल हैं।
हर दिन एक्सरसाइज करें
सक्रिय होने से आपको तनाव कम करने और मूड को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। यह आपके ब्लड शुगर और आपके ब्लड प्रेशर को भी कम कर सकता है। आप बेहतर नींद भी ले सकते हैं। प्रत्येक दिन 30 मिनट के लिए व्यायाम करें, और इसे मज़ेदार बनाने की कोशिश करें। आप अपने दोस्त के साथ चलें, या फिर एक्सरसाइज के लिए जाते समय उन्हें कॉल करें।
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