कमिश्नरेट ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स ट्रेडर्स को रुपये या WRX में लेनदेन का ऑप्शन देता है। WRX को WazirX प्लेटफॉर्म से खरीदना होता है, जिसके बदले वजीरएक्स हरेक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर बायर और सेलर दोनों से कमीशन ले रहा है। रुपये या WRX में लेनदेन के लिए अलग-अलग कमीशन लिया जाता है। रुपये में लेनदेन पर 0.2 प्रतिशत कमीशन लगता है और WRX में लेनदेन पर 0.1 प्रतिशत कमीशन लगता है।
जांच के दौरान पता चला कि वजीरएक्स- ट्रेडिंग फीस, डिपॉजिट फीस और विड्रॉल फीस के रूप में राजस्व जुटाता था। कमिश्नरेट ने कहा है कि वजीरएक्स सिर्फ रुपये पर मिलने वाले कमीशन पर GST का भुगतान कर रहा था। WRX में मिलने वाले कमीशन पर वह GST का भुगतान नहीं कर रहा था। इन ट्रांजैक्शन फीस पर 18 फीसदी की दर से GST लगता है। कमिश्नरेट ने कहा है कि करीब 40.5 करोड़ GST का भुगतान नहीं किया गया था। 30 दिसंबर को इसे ब्याज और जुर्माने के साथ वसूला गया। इस तरह वजीरएक्स से 49.2 करोड़ रुपये की वसूल किए गए हैं। इस मामले में अभी जांच जारी है।
टैक्स चोरी विरोधी अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई है। CGST मुंबई जोन के अधिकारी संभावित टैक्स चोरी के क्षेत्रों की पहचान करने के लिए ई-कॉमर्स, ऑनलाइन गेमिंग, नॉन-फंजिबल टोकन्स जैसे उभरते क्षेत्रों में लेनदेन की जांच कर रहे हैं। कमिश्नरेट ने बताया है कि CGST डिपार्टमेंट मुंबई जोन में आने वाले सभी क्रिप्टोकेंसी एक्सचेंजों को कवर करेगा। आने वाले दिनों में इस अभियान को तेज किया जाएगा। कमिश्नरेट के इस रुख से लगता है कि आने वाले दिनों में कई और क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म में लेनदेन की जांच की जा सकती है। माना जा रहा है कि क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म में टैक्स चोरी के कई और मामले सामने आ सकते हैं।
लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।