कंपनी ने कहा है कि उसने इन अड्रेस को अमेरिकी सरकार के साथ भी शेयर किया है। अपने पोस्ट में उसने इस बात को दोहराया है कि वह प्रतिबंधों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है। कॉइनबेस के चीफ लीगल ऑफिसर, पॉल ग्रेवाल का कहना है कि ऑनबोर्डिंग सिस्टम के दौरान कॉइनबेस अमेरिका, UK, यूरोपियन यूनियन, संयुक्त राष्ट्र, सिंगापुर, कनाडा और जापान के लोगों समेत स्वीकृत व्यक्तियों या संस्थाओं के अकाउंट एप्लिकेशन की जांच करता है।
उन्होंने कहा कि कॉइनबेस अकाउंट खोलने के लिए व्यक्तियों और संस्थाओं को उनके नाम और देश की जानकारी देनी होगी। हम किसी शख्स को लेन-देन करने की अनुमति देने से पहले उसके द्वारा दी गई जानकारी की जांच करते हैं।
यूजर्स को लुभाने के लिए कॉइनबेस कई प्रोग्राम चलाती है। पिछले महीने एक सुपर बाउल में उसने अपने पहले बड़े क्रिप्टो स्पलैश में एक ऐड प्रसारित किया। इसमें 60 सेकंड के लिए स्क्रीन के चारों ओर एक QR कोड आ रहा था। विज्ञापन के आखिर में एक Coinbase URL भी दिखाया गया। वेबसाइट पर विज्ञापन ने बताया कि दो दिनों में साइन-अप करने वाले नए कस्टमर्स के लिए 15 डॉलर (लगभग 1,130 रुपये) के फ्री बिटकॉइन (Bitcoin) का ऑफर है। इस अनोखे विज्ञापन की लॉन्चिंग के एक मिनट बाद वेबसाइट के लैंडिंग पेज पर 20 मिलियन हिट मिले। इतनी बड़ी संख्या में हिट्स मिलने से साइट क्रैश भी हो गई।
कंपनी ने अपने एंप्लॉयीज को इस साल प्रत्येक तिमाही में एक हफ्ते का ऑफ देने की घोषणा भी की है। इस महीने की शुरुआत में कॉइनबेस के चीफ पीपल ऑफिसर, L J Brock ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया था कि इस वर्ष लगभग पूरी कंपनी चार सप्ताह के लिए बंद रहेगी। इससे एंप्लॉयीज को काम के भारी बोझ के बाद रिकवर होने का मौका मिलेगा। Brock ने बताया कि Coinbase के एंप्लॉयीज के लिए सप्ताह में 40 घंटे काम करने की लिमिट नहीं है।
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