Highlights
- आचार्य चाणक्य के अनुसार कर्म कभी साथ नहीं छोड़ता है
- आपके द्वारा किए कामों के हिसाब से ही आपको कर्मो का फल मिलता है
आचार्य चाणक्य ने एक सम्मानीय, सफल व्यक्ति बनने के लिए कई नीतियां बताई हैं। उनमें से कई नीतियां काफी कठोर मानी जाती हैं। यही कारण है कि चाणक्य की नीतियां आज के समय में भी प्रासंगिक हैं।
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में बताया है जिनको ध्यान में रखकर आप विपरीत परिस्थितियों को भी आसानी से पार कर लेते हैं। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में बताया कि आपके द्वारा किए गए हर एक काम का फल आपको जरूर मिलता है। जानिए आचार्य से ऐसी कौन सी चीज हैं तो इस जन्म के साथ-साथ अगले जन्म तक आपके साथ चलती है।
जिस प्रकार एक गाय का बछड़ा, हजारों गायों में अपनी मां के पीछे चलता है, उसी तरह कर्म भी सदा आदमी के पीछे चलते है- आचार्य चाणक्य
आचार्य चाणक्य ने इस वाक्य में कहा है कि जिस तरह से एक बछड़ा अपनी मां के पीछे हमेशा चलता है। अगर वह झुंड में खो भी जाए तब भी अपनी मां को ढूंढ ही लेता है। उसी तरह कर्म होते हैं जो हमेशा मनुष्य के पीछे-पीछे चलते हैं। आप चाहे जितनी भी कोशिश कर लें इससे कभी भी छुटकारा नहीं पा सकते हैं। यदि अच्छे कर्म ज्यादा हैं तो बुरे कर्मों का फल इसी जन्म में तथा अच्छे का फल अगले जन्म में या इसी जन्म के बाद के दिनों में भोगने को मिलता है।
आचार्य चाणक्य के अनुसार, मनुष्य को हमेशा सही कर्म करने चाहिए। तभी उसे आने वाले समय पर अच्छा फल मिलेगा। अगर कोई व्यक्ति बुरे कर्म करता हैं तो उसे उसका फल जरूर मिलता है। कर्म एक ऐसी चीज हैं जो मनुष्य को उसके काम के अनुसार फल देती है। इसलिए हमेशा सही राह में चलना चाहिए, जिससे आने वाले समय में आपको कर्माो का सही फल मिले।
Disclaimer – उपरोक्त आर्टिकल चाणक्य नीति कथनों और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।